नई दिल्ली : Vastu Tips For Pooja Ghar : घर में बने पूजा घर में भगवान की मूर्तियों को पूजा-पाठ के लिए रखा जाता है। मंदिर में या घर की किसी और जगह पर भी भगवान की मूर्ति कभी भी इस तरह नहीं रखनी चाहिए कि उसके पीछे का भाग, यानि पीठ दिखाई दे। मूर्ति बिल्कुल सामने से दिखनी चाहिए। भगवान की पीठ का दिखना शुभ नहीं माना जाता। पूजा घर में कभी भी गणेश जी की दो से अधिक मूर्तियां या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए अन्यथा यह शुभ फलदायी नहीं होता। घर की दो अलग-अलग जगहों पर एक भगवान की दो तस्वीर हो सकती हैं। इसके अलावा भगवान की ऐसी मूर्ति या तस्वीर भी मंदिर में नहीं रखनी चाहिए, जो युद्ध की मुद्रा में हो, जिसमें भगवान का रौद्र रूप हो। हमेशा सौम्य, सुंदर और आशीर्वाद की मुद्रा वाली भगवान की मूर्तियां ही घर में लगाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही खंडित मूर्तियों का तो तुरंत विसर्जित कर दें।
यह भी पढ़ें : सूर्य की तरह चमकेगा इन चार राशिवालों का भाग्य, शनिदेव की कृपा से बरसेगा धन
Vastu Tips For Pooja Ghar : वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर में कभी भी टूटी या खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसी मूर्तियां रखने से पूजा का फल नहीं मिलता है और नकारात्मक ऊर्जा अधिक फैलती है।
वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कभी भी एक ही देवी-देवता की अधिक मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। वास्तु में इसे अशुभ माना गया है. इसके अलावा मंदिर में कभी भी रौद्र रूप वाली मूर्तियां भी नहीं रखनी चाहिए। ऐसी तस्वीर या मूर्ति रखने से अनिष्ट होता है।
पूजा घर में कभी भी फटी धार्मिक पुस्तकें नहीं रखनी चाहिए। अगर पुस्तकें फट गईं हैं, तो उन्हें बहते जल में प्रवाहित कर दें।
पूजा घर में देवी -देवता को कभी भी खंडित अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए. अगर मंदिर में ऐसे चावल है तो उन्हें हटाकर साबुत चावल रख दें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर में कभी भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। पूजा घर में ऐसी तस्वीर लगाना अशुभ माना जाता है। इसलिए पितरों की तस्वीर पूजा घर में न लगाकर घर के किसी दूसरी जगह लगा दें।
Vastu Tips For Pooja Ghar : वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पूजा घर का रंग बहुत ही सौम्य और मन को शांति देने वाले होने चाहिए। इस हिस्से में सकारात्मकता बनी रहनी चाहिए। इसलिए पूजा घर की दिवारों पर हल्का पीला रंग या गेरूआ रंग करवाना ठीक रहता है और फर्श के लिये हल्के पीले या सफेद रंग के पत्थर का चुनाव करना चाहिए।
Vastu Tips For Pooja Ghar : वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर का निर्माण ईशान कोण ( पूर्व और उत्तर के बीच की दिशा) में करवाना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन इस दिशा में मंदिर बनवाते समय एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि पूजास्थल के नीचे पत्थर का स्लैब न लगवाएं अन्यथा आप कर्ज के चंगुल में फंस सकते हैं।
चमकने वाला है इन राशि के जातकों का भाग्य, नौकरी…
14 hours agoRam Dhun : “रघुपति राघव राजा राम” ज़रूर सुनें एक…
20 hours ago