Kalashtami Ke Upay: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। इसे कालाष्टमी के नाम से भी जाना जाता रहै। इस बार 5 दिसंबर को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। इस दिन शिव के रौद्र रूप काल भारव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि कालाष्टमी या काल भैरव जयंती पर काल भैरव की पूजा करने से जीवन के सभी संकट, काल, दुख दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। अगर आपका जीवन भी परेशानियों से भरा हुआ है तो कालाष्टमी के दिन ये उपाय जरूर करें ..
कालाष्टमी के दिन करें ये उपाय (Kalashtami Ke Upay)
कष्ट-परेशानी से छुटकारा पाने के लिए
कालाष्टमी के दिन सरसों के तेल में चुपड़ी हुई रोटी काले कुत्ते को डालें और ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ’ मंत्र का 5 बार जाप करें। इससे आपके जीवन में आ रही सारी बाधाएं और कष्ट दूर हो जाएंगे।
व्यापार में सफलता प्राप्ति के लिए
लाख कोशिशों के बाद भी अगर आपको सफलता नहीं मिल पा रही है तो कालाष्टमी के दिन भैरव मन्दिर में जाकर भैरव बाबा को सवा सौ ग्राम साबुत उड़द चढ़ाएं। इसके बाद उसमें से 11 उड़द के दाने गिनकर अलग निकाल लें और उन्हें एक काले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करना से आपको व्यापार में सफलता जरूर मिलेगी।
भूत-प्रेत के साये के छुटकारा पाने के लिए
भूत-प्रेत के भय से छुटकारा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा के चरणों में काले रंग का धागा रखें और ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ’ मंत्र का 11 बार जान करें। इससे बुरी आत्माए आपको हानि नहीं पहुंचा पाएंगी।
धन प्राप्ति के लिए
लाख कोशिशों के बाद भी अगर आपको रूका हुआ धन वापस नहीं मिल पा रहा है तो कालाष्टमी के दिन स्नान करके काल भैरव बाबा की विधि-विधान से पूजा करें और उन्हें जलेबी का भोग लगाएं। ऐसा करने से आप जल्द ही अमीर बन जाएंगे और रूका हुआ धन भी वापस होगा।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, IBC24 किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें।)