गुरुवार देवगुरु बृहस्पति का दिन होता है और शास्त्रों में बृहस्पति देव देवताओं के गुरु माने जाते हैं। सप्ताह का यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु को समर्पित होता है। मान्यता है कि जो भक्त भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करते हैं उनसे मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और उन्हें धन-धान्य से परिपूर्ण कर देती हैं। कहा जाता है कि पक्षियों में सबसे विशाल गरुड़ ने भगवान विष्णु को कठिन तपस्या करके प्रसन्न किया था, जिसके फलस्वरूप भगवान विष्णु ने उनको अपने वाहन के रूप में स्वीकार किया। गुरु का अर्थ भारी होता है और गरुड़ भी पक्षियों में सबसे भारी हैं। गरुड़ की सफल तपस्या के कारण गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित हो गया।
यह भी पढ़े : आतंकी संगठन HUT के आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा, ‘आतंकियों के अंतर्राष्ट्रीय तस्करों से हो सकते हैं संबध’
पीले रंग के वस्त्र धारण करें : पीले और लाल रंग को शुभ माना जाता है। वहीं, पीला रंग भगवान विष्णु को भी बहुत प्रिय है। आप पीले रंग के कपड़े पहनने के अलावा हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।
केले के पेड़ की करें पूजा : आप केले के पेड़ की पूजा करने के अलावा शाम को इसके नीचे दीपक जलाकर भगवान विष्णु की स्तुति कर सकते हैं।
यह भी पढ़े ; किरेन रीजीजू को कानून मंत्रालय से हटाना न्याय प्रणाली की जीत, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत का बड़ा बयान
पीले रंग की चीजें करें दान : दान करना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है लेकिन पीले रंग की चीजें दान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। आप चने की दाल, गुड़ और पीले वस्त्र किसी जरुरतमंद को दान कर सकते हैं।
जानवरों को भोजन : ईश्वर को जानवर बहुत प्रिय होते हैं इसलिए आप गाय, कुत्ता, बकरी, भैंस, कौआ आदि जानवरों को भोजन देकर उनकी भूख शांत कर सकते हैं, इससे भगवान विष्णु आपसे प्रसन्न होंगे।
यह भी पढ़े ; 6 दिनों में हिट का टैग नहीं ले पाई IB71, जाने विद्युत जामवाल की नई फिल्म ने कितने करोड़ की कमाई की…