Goverdhan Puja Special : गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है। हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। आमतौर पर यह पर्व दीपावली के अगले दिन मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के पीछे का कारण भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ा है। गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर ग्रामीणों को मूसलाधार बारिश से बचाने की पौराणिक कथा का जश्न मनाती है। यह त्यौहार आज भी भगवान कृष्ण के प्रति कृतज्ञता के रूप में मनाया जाता है।
Goverdhan Puja Special : आईये यहाँ प्रस्तुत है श्री गोवेर्धन महाराज जी की आरती
श्री गोवर्धन महाराज आरती (Shri Govardhan Maharaj)
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े,
तोपे चढ़े दूध की धार ।
Goverdhan Puja Special
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
तेरे गले में कंठा साज रेहेओ,
ठोड़ी पे हीरा लाल ।
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
Goverdhan Puja Special
तेरे कानन कुंडल चमक रहेओ,
तेरी झांकी बनी विशाल ।
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
तेरी सात कोस की परिकम्मा,
चकलेश्वर है विश्राम ।
Goverdhan Puja Special
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
गिरिराज धारण प्रभु तेरी शरण ।
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