धर्म। इस साल 10 अप्रैल को गुड फ्राइडे का त्योहार क्रिश्चियन समुदाय द्वारा शोक के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन दुनिया को प्रेम, दया, करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को याद किया जाता है। ईसाई मान्यता के अनुसार आज ही के दिन गुड फ्राइडे को प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। ईसाई मजहब के लोग व्रत रखते हैं और चर्च में विशेष प्रार्थना करते हैं।
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प्रशु यीशु ने लोगों के कल्याण के लिए अपने प्राण का बलिदान दिया था और जिस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था वह दिन शुक्रवार ही था। हालांकि तीन दिन बाद यानि रविवार को ईसा मसीह पुनः जीवित हो गए थे। इसे ‘ईस्टर संडे’ के नाम से जाना जाता है।
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ईसाई मान्यता के अनुसार, कहा जाता है कि यरुशलम के गैलिली प्रांत में प्रशु यीशु लोगों को प्रेम और अहिंसा का संदेश देते थे। उनकी लोकप्रियता दिनोंदिन आम लोगों में बढ़ती जा रही थी। उनकी लोकप्रियता को देखकर उस प्रांत के धर्मगुरुओं और कट्टरपंथियों की सत्ता हिलने लगी थी।
ऐसे में उन्होंने रोम के शासक से उनकी शिकायत की। रोम साम्राज्य ने उनके खिलाफ़ राजद्रोह का आरोप लगाते हुए उन्हें मृत्यु दंड का फरमान सुना दिया। मृत्यु के दौरान ईसा मसीह को अमानवीय यातनाएं दी गई थीं।
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तीन दिन बाद फिर से हुए जीवित
प्रशु यीशु ने लोगों के कल्याण के लिए अपने प्राण का बलिदान दिया था और जिस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था वह दिन शुक्रवार ही था। हालांकि तीन दिन बाद यानि रविवार को ईसा मसीह पुनः जीवित हो गए थे। इसे ‘ईस्टर संडे’ के नाम से जाना जाता है।
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