Ganesh Mantra : भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है और इनकी पूजा करने से बाधाएं दूर होती हैं। जब बात गणपति के मंत्रों की आती है तो सबसे पहले ‘ॐ गं गणपतये नमः मंत्र ‘ का उच्चारण किया जाता है। यह मंत्र किसी भी पूजा-पाठ के आरंभ में भगवान गणपति का आह्वान करने के लिए प्रमुख माना जाता है। यह भगवान गणेश को समर्पित एक शुभ मंत्र है। चूंकि भगवान गणेश जी को सफलता का दैवीय दाता माना जाता है, इसलिए उनका पूजन फलदायी होता है।
Ganesh Mantra : भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करने से होने वाले लाभ
– गणेश मंत्रों का जाप करने से मानसिक स्पष्टता आती है और याददाश्त और बुद्धि में सुधार होता है।
– गणेश मंत्रों का जाप करने से दिव्य सुरक्षा मिलती है और बुरी ऊर्जा से बचाव होता है।
– भगवान गणेश की पूजा करने से कार्य में बाधाएं नहीं आतीं और सभी काम सफलतापूर्वक होते हैं।
– गणेश मंत्रों का जाप करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
– गणेश मंत्रों का जाप करने से कई ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिलती है।
– गणेश मंत्रों का जाप करने से जीवन में आने वाली बाधाओं पर जीत मिलती है।
Ganesh Mantra : आईये यहाँ प्रस्तुत हैं गणेश जी के ११ शक्तिशाली मंत्र
1. वक्रतुण्ड गणेश मन्त्र
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
2. गणेश शुभ-लाभ मन्त्र
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये।
वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥
Ganesh Mantra
3. गणेश गायत्री मन्त्र
ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥
4. श्री महागणपति मूल मन्त्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये
वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
5. ऋणहर्ता गणपति मन्त्र
ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥
Ganesh Mantra
6. हरिद्रा गणपति मन्त्र
ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपतये वर वरद
सर्व जन हृदयं स्तम्भय-स्तम्भय स्वाहा॥
7. हेरम्ब गणपति मन्त्र
ॐ नमो हेरम्ब मदमोहित
मम सङ्कटान् निवारय निवारय स्वाहा॥
8. गणेश एकाक्षरी मन्त्र
गं॥
9. गणेश षडाक्षर मन्त्र
ॐ वक्रतुण्डाय हुम्॥
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10. गणेश अष्टाक्षर मन्त्र
ॐ गं गणपतये नमः॥
11. क्षिप्र प्रसाद गणपति मन्त्र
गं क्षिप्रप्रसादनाय नमः॥
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