Female Naga Sadhus also remain naked? : नई दिल्ली। नागा साधु हिन्दू धर्मावलम्बी साधु हैं जो कि नग्न रहने तथा युद्ध कला में माहिर होने के लिये प्रसिद्ध हैं। ये विभिन्न अखाड़ों में रहते हैं जिनकी परम्परा आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा की गयी थी। इनके आश्रम हरिद्वार और दूसरे तीर्थों के दूरदराज इलाकों में हैं जहां ये आम जनजीवन से दूर कठोर अनुशासन में रहते हैं। इनके गुस्से के बारे में प्रचलित किस्से कहानियां भी भीड़ को इनसे दूर रखती हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि यह शायद ही किसी को नुकसान पहुंचाते हों। हां, लेकिन अगर बिना कारण अगर कोई इन्हें उकसाए या तंग करे तो इनका क्रोध भयानक हो उठता है। कहा जाता है कि भले ही दुनिया अपना रूप बदलती रहे लेकिन शिव और अग्नि के ये भक्त इसी स्वरूप में रहेंगे।
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Female Naga Sadhus also remain naked? : ये साधु प्रायः कुम्भ में दिखायी देते हैं। नागा साधुओं को लेकर कुंभ मेले में बड़ी जिज्ञासा और कौतुहल रहता है, खासकर विदेशी पर्यटकों में। कोई कपड़ा ना पहनने के कारण शिव भक्त नागा साधु दिगंबर भी कहलाते हैं, अर्थात आकाश ही जिनका वस्त्र हो। कपड़ों के नाम पर पूरे शरीर पर धूनी की राख लपेटे ये साधु कुम्भ मेले में सिर्फ शाही स्नान के समय ही खुलकर श्रद्धालुओं के सामने आते हैं। आमतौर पर मीडिया से ये दूरी ही बनाए रहते हैं।
Female Naga Sadhus also remain naked? : नागा साधु पुरुष ही नहीं महिलाएं भी होती हैं लेकिन हर किसी के मन में यही सवाल होता है कि पुरुष नागा साधुओं की तरह महिला नागा साधु भी निर्वस्त्र रहती हैं या नहीं। जहां विभिन्न अखाड़ों में नागा साधु हमेशा नग्न रहते हैं तो वहीं महिला नागा साधुओं की जिंदगी बेहद रहस्यमयी होती है। नागा साधुओं की तरह महिला नागा साधुओं का भी जीवन बहुत कठिन होता है। हालांकि ये महिला नागासाधु पुरुषों की तरह नग्न नहीं रहती हैं, महिला नागा साधु आमतौर पर भगवा कपड़े पहनती हैं।
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महिला नागा साधु एक ही वस्त्र धारण करती हैं, यह कपड़ा सिला नहीं रहता है। महिला नागा साधु जिस कपड़े को धारण करती हैं उस कपड़े को गंटी कहते हैं। इसके अलावा वह हमेशा माथे पर तिलक लगाती है और भस्म को शरीर पर लगाया जाता है। हिंदू धर्म में महिला नागा साधुओं को काफी सम्मान दिया जाता है और इन्हें ‘माता’ के नाम से जाना जाता है।