Dussehra 2024 Shubh Muhurat : दशहरा हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दशहरे का दिन पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों के साथ ही कई कार्यों को करने के लिए शुभ माना जाता है। दशहरा के दिन 3 शुभ संयोग बन रहे हैं। इस बार का दशहरा श्रवण नक्षत्र, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ा है। दशहरा के दिन दोपहर में देवी अपराजिता की पूजा करते हैं और शस्त्र पूजा भी की जाती है। इसके साथ ही शमी के पेड़ की भी पूजा करने का विधान है। इस दिन देश के कई हिस्सों में दुर्गा विसर्जन भी किया जाता है। शाम को सूर्यास्त होने के बाद रावण दहन होता है।
अश्विन शुक्ल दशमी तिथि का प्रारंभ: आज, शनिवार, सुबह 10:58 बजे से..
अश्विन शुक्ल दशमी तिथि का समापन: कल, रविवार, सुबह 9:08 बजे पर..
दशहरा का ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:41 बजे से सुबह 05:31 बजे तक..
दशहरा का अभिजीत मुहूर्त: दिन में 11:44 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक..
देवी अपराजिता की पूजा का समय: आज, दोपहर 02:03 बजे से 02:49 बजे के बीच..
विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा विजय मुहूर्त में करते हैं। इस साल शस्त्र पूजा का समय दोपहर 02:03 बजे से 02:49 बजे तक है।
जिन लोगों ने मां दुर्गा की मूर्तियां अपने घरों पर रखी हैं, वे आज दोपहर में 1:17 बजे से 3:35 बजे के बीच उन मूर्तियों का विसर्जन कर सकते हैं।
आज दशहरा के मेले में रावण का दहन शाम को 5:54 बजे के बाद से किया जा सकता है। इसे समय से ढाई घंटे तक रावण दहन का समय है। दशहरा पर प्रदोष काल में रावण दहन करने का विधान है। प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद से शुरू होता है।