Durga Saptashati Shlok : इन चमत्कारी 7 श्लोकों में छीपा है सम्पूर्ण दुर्गा सप्तशती पाठ का सार.. नवरात्री में इन श्लोकों के जाप से पाएं सम्पूर्ण पाठ का फल | Durga Saptashati Shlok

Durga Saptashati Shlok : इन चमत्कारी 7 श्लोकों में छीपा है सम्पूर्ण दुर्गा सप्तशती पाठ का सार.. नवरात्री में इन श्लोकों के जाप से पाएं सम्पूर्ण पाठ का फल

The essence of the complete Durga Saptashati recitation is hidden in these miraculous 7 verses. Get the benefits of the complete recitation by chanting these verses during Navratri

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Modified Date: September 20, 2024 / 02:57 PM IST
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Published Date: September 20, 2024 2:57 pm IST

Durga Saptashati Shlok : देवीमाहात्म्यम् (अर्थ: देवी का महानता का बखान) हिन्दुओं का एक धार्मिक ग्रन्थ है जिसमें देवी दुर्गा की महिषासुर नामक राक्षस के ऊपर विजय का वर्णन है। यह मार्कण्डेय पुराण का अंश है। इसमें 100 श्लोक होने के कारण इसे ‘दुर्गा सप्तशती’ भी कहते हैं। इसमें सृष्टि की प्रतीकात्मक व्याख्या की गई है। नवरात्रि के दिनों में इसका पाठ किया जाता है। दुर्गा सप्तशती, मार्कंडेय पुराण का हिस्सा है, इसमें 13 अध्याय हैं और कुल 700 श्लोक हैं ।

Durga Saptashati Shlok : आईये पढ़तें हैं दुर्गा सप्तशती के दिव्य श्लोक 

दुर्गा सप्तशती के श्लोक

– ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा। बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।।1।।

– दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेष जन्तोः स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दारिद्र्य दुःख भयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकार करणाय सदार्द्रचित्ता।।2।।

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– सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंम्बके गौरि नारायणि नमोस्तु ते॥3॥

– शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोस्तु ते॥4॥

– सर्वस्वरुपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते। भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोस्तु ते॥5॥

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– रोगानशेषानपंहसि तुष्टारुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्। त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता हि आश्रयतां प्रयान्ति॥6॥

– सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि। एवमेव त्वया कार्यम् अस्मद् वैरि विनाशनम्॥7॥

इन सातों श्लोकों में भगवान शिव (भगवान शिव की विशेष स्तुति) ने माता पार्वती के रूप का वर्णन और उनके अवतारों के बारे में बताया है। यह 7 श्लोक दुर्गासप्तश्लोकी के हैं। यानी कि सात श्लोकों से बना दुर्गासप्तशती पाठ का छोटा भाग। इन श्लोकों में मां दुर्गा के दिव्य तेज, उनके सौंदर्य और उनके साहस का संपूर्ण वर्णन मिलता है।

Durga Saptashati Shlok : दुर्गा सप्तशती के अद्भुत लाभ

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से व्यक्ति के कष्ट मिट जाते हैं। व्यक्ति में साहस का संचार होता है।

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से व्यक्ति को कठिनाइयों से लड़ने की क्षमता प्राप्त होती है।

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से महिलाओं को विशेष लाभ मिलता है।

Durga Saptashati Shlok

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से महिअलाओं में सुंदरता और वीरता बढ़ती है।

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से महिलाओं को जीवन में सफलता (जीवन में सफलता पाने के वास्तु टिप्स) का उच्च पद मिलता है।

– दुर्गा सप्तशती के इन 7 श्लोकों के पाठ से संतान, वैवाहिक सुख और सामाजिक प्रतिष्ठा मिलती है।

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