Durga Aarti : आदिशक्ति माँ दुर्गा को तीनों लोकों की माँ के रूप में पूजा जाता है। माँ अपने बच्चों पर कभी आँच नहीं आने देती। माँ जब प्रसन्न होती हैं तो सभी संकटों का नाश हो जाता है। मान्यता है मां दुर्गा की पूजा करने वाले का कभी कोई अमंगल नहीं होता। दुर्गा मां की पूजा करने से सब प्रकार से मंगल और कल्याण होता है।
Durga Aarti : आईये सुने माँ दुर्गा जी की अद्भुत आरती
॥ आरती श्री दुर्गाजी ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी।
Durga Aarti
दानव दल पर टूट पड़ो माँकरके सिंह सवारी॥
सौ-सौ सिहों से बलशाली,है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
माँ-बेटे का है इस जग मेंबड़ा ही निर्मल नाता।
पूत-कपूत सुने हैपर ना माता सुनी कुमाता॥
Durga Aarti
सब पे करूणा दर्शाने वाली,अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
नहीं मांगते धन और दौलत,न चांदी न सोना।
Durga Aarti
हम तो मांगें तेरे चरणों मेंछोटा सा कोना॥
सबकी बिगड़ी बनाने वाली,लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को संवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
Durga Aarti
चरण शरण में खड़े तुम्हारी,ले पूजा की थाली।
वरद हस्त सर पर रख दो माँसंकट हरने वाली॥
माँ भर दो भक्ति रस प्याली,अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
———-
Read more : यहाँ पढ़ें और सुनें