Mauni Amavasya Daan 2025 : मौनी अमावस्या का व्रत हर वर्ष माघ मास की अमावस्या तिथि पर रखा जाता है। इसे माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 2025 में यह व्रत 29 जनवरी को रखा जाएगा, और इसी दिन महाकुंभ मेले में दूसरा अमृत स्नान भी होगा। मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जातीहै। हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का सभी अमावस्या में विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितर धरती लोक पर आते हैं और अपने वंशजों के आसपास ही रहते हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देते हैं। इस दिन अपने पितरों के लिए धार्मिक अनुष्ठान करने का विशेष महत्व होता है। ऐसे में इस बार मौनी अमावस्या के दिन राशि अनुसार दान करने से सुख-समृध्दि आती है।
मेष और वृश्चिक राशि लाल मसूर की दाल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, सिंदूर, तांबा, मूंगा, लाल वस्त्र।
वृष और तुला राशि सफेद वस्त्र, कपूर, खुशबूदार अगरबत्ती, धूप, इत्र, दही, चावल, चीनी, दूध, चांदी।
मिथुन और कन्या राशि हरी सब्जी, हरा फल, हरा वस्त्र, कांसे का बर्तन, पन्ना या उसका उपरत्न ओनेक्स, हरी दाल।
कर्क राशि दूध, दही, चावल, सफेद वस्त्र, चीनी, चांदी, मोती, शंख, कपूर, बड़ा बताशा।
सिंह राशि गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चंदन, माणिक्य, शहद, केसर, सोना, तांबा, शुद्ध घी, कुमकुम।
धनु और मीन राशि पीला वस्त्र, हल्दी, पीला अनाज, केला, चने की दाल, पुखराज या उसका उपरत्न सुनहला अथवा पीला हकीक, देशी घी, सोना, केसर, धार्मिक पुस्तक, पीला फूल, शहद।
मकर और कुंभ राशि काले तिल, काला वस्त्र, लोहा, काली उड़द दाल, काले फूल, सुरमा (काजल), चमड़े की चप्पल, कोयला, काली मिर्च, नीलम अथवा उसका उपरत्न जमुनिया, काले चने, काली सरसों, तेल।
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