Magh Maas Upay 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह का प्रारंभ 26 जनवरी दिन शुक्रवार से हो रहा है। माघ माह साल का 11वां महीना होता है। ज्योतिष शास्त्र में हर माह का अलग महत्व बताया गया है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पहला दिन होता है और माघ पूर्णिमा इस माह का अंतिम दिन है। आपको बता दें कि सनानत धर्म के अुनसार माघ महीने में स्नान का बड़ा महत्व होता है। यह भी स्नान अगर गंगा या फिर प्रयागराज के संगम में हो तो और भी उत्तम होता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में माघ महीने में स्नान करने की विधि अलग है और इसमें दान करने से कई लाभ होते हैं।
शास्त्रों में इस महीने में किए जाने वाले कुछ विशेष कार्यों को बताया गया है। मान्यता है कि इन कार्यों को करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और कष्टों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष के अनुसार माघ मास में संगम स्नान से कई फायदे होते हैं। वहीं इस माह में कई नियमों का पालन किया जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि माघ मास में क्या फायदे होते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ महीने में प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने से पाप मिटते हैं और भगवान विष्णु प्रसन्न रहते हैं। कहा गया है कि माघ माह में भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और संगम स्नान मात्र से ही उनकी कृपा प्राप्त होती ह।
माघ मास में स्नान करने पाप मिटते हैं। यदि आप माघ माह में घर पर स्नान कर रहे हैं तो आप पूरे माह पानी में तिल डालकर स्नान कर। इससे सेहत अच्छी रहेगी और पुण्य लाभ होगा। स्वास्थ्य समस्याएं हैं तो इस नियम का पालन करने से बचना चाहिए।
1. माघ माह में सोना, तिल, वस्त्र, गुड़, घी या गेहूं दान किए जाते है।
2. माघ महीने में देर तक नहीं सोना चाहिए, इस महीने में रोजाना स्नान करें, तला हुआ भोजन बिलकुल न करे।
3. माघ महीने में बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए, जमीन पर चटाई बिछाकर सो सकते हैं।
4. माइस महीने रोज श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए।
5. इसके अलावा, गीता पाठ भी जरूर करें, इससे घर में सुख-शांति आती है।
Magh Maas Upay 2024: 26 जनवरी शुक्रवार के दिन से माघ माह की शुरुआत हो जाएगी. पंचांग के अनुसार माघ कृष्ण प्रतिपदा तिथि 25 जनवरी 11 बजकर 23 मिनट से शुरू होगा और 26 जनवरी के दिन रात 1 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।