नई दिल्ली : Mahashivratri Upay : फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन शिव भक्त व्रत रहकर, उपवास रखकर भगवान शिव को जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, रुद्राभिषेक, जागरण इत्यादि विभिन्न तरीको से मनाएंगे, रिझाएंगे। सुहागन स्त्रियां अपने सौभाग्य की वृद्धि के लिए ,अविवाहित लड़कियां सुयोग्य एवं मन पसन्द जीवन साथी की प्राप्ति हेतु शिव की पूजा अर्चना करेंगी। इस दिन चतुर्दश लिंग की पूजा की जायेगी। मान्यता है कि इसी दिन भगवानशिव अर्ध रात्रि में ब्रह्मा के अंश से लिंग रूप में प्रकट हुए थे। कई जगहों पर मान्यता है कि इसी दिन भोले नाथ का गौरा माता से विवाह हुआ था।
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Mahashivratri Upay : इस दिन विधि विधान से भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चन किया जाये तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,यदि इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो समस्त मनोकामना पूरी हो सकती है।
Mahashivratri Upay : यदि विवाह में अड़चन आ रही है तो शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर केसर मिलाकर दूध चढ़ाएं। जल्दी ही विवाह के योग बन सकते हैं।
मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं । इस दौरान भगवान शिव का ध्यान करते रहें । यह धन प्राप्ति का सरल उपाय है।
शिवरात्रि पर 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं । इससे आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
शिवरात्रि पर नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं । इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और परेशानियों का अंत होगा।
शिवरात्रि पर गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी तथा पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।
पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें व “ॐ नम: शिवाय “मंत्र का जप करें । इससे मन को शांति मिलेगी।
शिवरात्रि पर घर में पारद की शिवलिंग की स्थापना योग्य ब्राह्मण से सलाह कर स्थापना कर प्रति दिन पूजन कर सकते है व। इससे आपकी आमदनी बढ़ाने के योग बनते हैं।
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Mahashivratri Upay : शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं व 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
शिवलिंग का 101 बार जलाभिषेक करें । साथ ही ॐ हौं जूँ सः । ॐ भूर्भुवः स्वः। ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम् उर्व्वारुकमिव बन्धानान्मृत्यो मृक्षीय मामृतात् । ॐ स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूँ हौं ॐ मंत्र का जप करते रहें । इससे बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है।
शिवरात्रि पर भगवान शिव को तिल व जौ चढ़ाएं। तिल चढ़ाने से पापों का नाश व जौ चढ़ाने से सुख में वृद्धि होती है।