Chandra Grahan 2025/ Image Credit: IBC24 File
Chandra Grahan 2025: 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है हर साल फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा की तिथि पर शाम के वक्त होलिका दहन होता है, वहीं इसके अगले दिन रंगोत्सव मनाया जाता है। इस दिन आसमान में लाल रंग का चांद दिखाई देगा, जिसे ब्लड मून कहा जाता है। लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, जिससे यहां सूतक भी मान्य नहीं होगा। मान्यता है कि, चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ और मांगलिक काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए। ऐसा करने से चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव खाने-पीने की चीजों पर नहीं पड़ता है। ऐसे में जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय तुलसी से जुड़ी कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए?
1. आप जिन चीजों में तुलसी के पत्ते डाल रहे हैं, वो स्वच्छ और सात्विक होनी चाहिए। अशुद्ध या खंडित पत्तियों का प्रयोग न करें।
2. सूतक काल से लेकर ग्रहण के मोक्ष काल में तुलसी को स्पर्श करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं।
3. यदि तुलसी की पत्तियों का प्रयोग करना चाहते हैं तो इन्हें सूतक काल से पहले ही तोड़कर रख लेना चाहिए। सूतक लगने के बाद पौधे को स्पर्श न करें।
4. तुलसी की पत्तियां तोड़ते समय ध्यान रखें कि झटके से और नाखूनों से नहीं तोड़ना चाहिए। हल्के हाथों से पत्तियों को तोड़ें।
5. ग्रहण काल के दौरान तुलसी के पौधे को बाहर यूं ही खुले में न रखें। तुलसी को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिए आप गमले पर गेरू रंग लगा सकते हैं।