Devi Bhajan : भजन एक प्रकार का गीत है, जिसे आराधना या प्रार्थना के उद्देश्य से लिखा जाता है. भजन में व्यक्ति ईश्वर का नाम जपता है भजन करने से मिलेगी मन को संतुष्टि और ख़ुशी , घर का वातावरण शुद्ध होता है, भजन करने से परमात्मा के साथ अनुभव होता है
Devi Bhajan : आईये यहाँ सुनें और पढ़ें मैय्या का भजन
अंगना पधारो महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
शारदा भवानी मोरी,
शारदा भवानी,
करदो कृपा महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
ऊँची पहड़िया पे मंदिर बनो है,
मंदिर में मैया को आसन लगो है,
आसन पे बैठी महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
रोगी को काया दे निर्धन को माया,
बांझन पे किरपा ललन घर आया,
मैया बड़ी वरदानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
मैहर में ढूंढी डोंगरगढ़ में ढूंढी,
कलकत्ता कटरा जलंधर में ढूंढी,
विजराघवगढ़ में देखानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
मैहर को देखो या विजराघवगढ़ को,
एकई दिखे मोरी मैया के मढ़ को,
महिमा तुम्हारी नही जानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
मैया को भार सम्भाले रे पंडा,
हाथो में जिनके भवानी को झंडा,
झंडा पे बैठी महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
महिमा तुम्हारी भगत जो भी गाए,
‘मोनी’ भी मैया के चरणन में आए,
करदो मधुर मोरी वाणी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
Devi Bhajan
अंगना पधारो महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
शारदा भवानी मोरी,
शारदा भवानी,
करदो कृपा महारानी,
मोरी शारदा भवानी,
अंगना पधारों महारानी।।
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