कुछ दिनों बाद छठ पूजा शुरू होने वाली है। चार दिनों के छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खास के साथ होती है। जिसे बिहार में सबसे ज्यादा मान्यता दी जाती है।
इस व्रत में सूर्य भगवान को अर्घ दिया जाता है लेकिन उसका भी मुहूर्त होता है और उस शुभ मुहूर्त में ही भगवान सूर्य को अर्घ दी जाती है। कहा जाता है कि यह सूर्य उपासना का पर्व है और इस पर्व के करने से कई सारी रोगों से भी मुक्ति लोगों को मिल जाती है।
कहा जाता है कि जो छठ व्रती खरना पूजा के नियमों का पालन करती हैं, उनकी सारी मनोकामनाएं छठी मैया पूरी करती हैं। मान्यता है इस दिन घर में छठी मैया का आगमन होता है।
इस दौरान महिलाएं साज श्रृंगार करती हैं और अपने घर-आंगन को भी सजाती हैं। छठ पूजा के मौके पर घर को सजाने के लिए आप रंगोली की आकर्षक डिजाइन बना सकती हैं।
छठ पूजा के लिए घर के आंगन में, मंदिर में इस तरह की रंगोली बना सकते हैं। साथ ही दीपक और फूलों से रंगोली डिजाइन को हाइलाइट किया जा सकता है।
इस तरह की रंगोली डिजाइन काफी आकर्षक लगेगी। जिस स्थान से आप छठ पूजा कर रहे हैं, वहां पर या घर की छठ या बालकनी में इस रंगोली डिजाइन को बना सकते हैं।