Chhathi Maiya ki Aarti

Chhath Maiya Aarti Lyrics in Hindi: इस आरती के बिना अधूरी है छठी मईया की पूजा, चार दिनों तक प्रतिदिन करें पाठ, पूरी होगी हर मनोकामना

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Edited By :   Modified Date:  November 5, 2024 / 07:08 PM IST, Published Date : November 5, 2024/7:08 pm IST

Chhathi Maiya ki Aarti: आज 5 नवंबर को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। 8 नवंबर को होगा इस पर्व का समाप। छठ का व्रत सबसे कठिन व्रत में से एक माना जाता है। माताएं 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं। छठ पूजा के दौरान चार दिनों तक प्रतिदिन छठ मैय्या की आरती का पाठ करना आवश्यक होता है इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। तो आइए यहां पढ़ते हैं छठ पूजा की संपूर्ण आरती के बारे में…

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जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।
सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

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