नई दिल्ली: Chandra Grahan-Surya Grahan in 2025 Date साल 2024 अपने अंतिम दौर पर है और अब से महज 15 दिन बाद हम नए साल यानि 2025 में प्रवेश कर चुके होंगे। साल खत्म होने के साथ ही नए कैलेंडर का आगमन घर पर होगा, जिसमें ग्रह, नक्षत्र सहित अन्य चीजों की जानकारी होगी। वहीं, नए साल के आगमन से पहले एक बार फिर चंद्र और सूर्य ग्रहण को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। लेकिन इससे पहले आप पूर्ण चांद का दीदार करेंगे। जी हां 15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा है और इसी दिन ही आप पूर्ण चांद का दीदार कर सकेंगे।
Chandra Grahan-Surya Grahan in 2025 Date बता दें कि साल में कुल 12 पूर्णिमा और अमावस्या होते हैं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता कि हर पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगे, तो ऐसा कहना बिल्कुल भी गलत होगा कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर चंद्र या सूर्यग्रहण लगने वाला है। एक साल में 2 से 3 चंद्र ग्रहण होते हैं और 2024 में दो चंद्र ग्रहण थे। जो पहले ही लग चुके हैं। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगा था और तो वहीं दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को लगा था।
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च, शुक्रवार को लगने जा रहा है। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जिसकी कुल अवधि लगभग 6 घंटे की होगी। यह खगोलीय घटना सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी और दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी। हालांकि, यह खगोलीय घटना भारत में दिखाई नहीं देगी। चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। सामान्यतः, सूतक काल ग्रहण से नौ घंटे पहले शुरू हो जाता है और इस दौरान कई धार्मिक कार्य और शुभ कार्य रोक दिए जाते हैं। लेकिन चूकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, इसलिए इन नियमों का पालन करने की आवश्यकता नहीं है।
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगने वाला है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यूरोप, एशिया के कुछ हिस्से, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर में दिखेगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। वहीं दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर में दिखेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा । भारत में नहीं देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और सुबह 4 बजे तक चलेगा।
15 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, और इस दिन पूर्ण चांद का दीदार किया जा सकेगा। यह साल का एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है।
2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च, शुक्रवार को लगेगा। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिसकी कुल अवधि लगभग 6 घंटे होगी। हालांकि, यह भारत में दिखाई नहीं देगा।
2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जिसे यूरोप, एशिया, अफ्रीका, और कुछ अन्य क्षेत्रों में देखा जा सकेगा, लेकिन भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।
चूंकि 2025 का चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। सामान्यतः, सूतक काल ग्रहण से नौ घंटे पहले शुरू होता है, लेकिन यह खगोलीय घटना भारत में दृश्यमान नहीं होगी।
आंशिक सूर्य ग्रहण 2025 में भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका भारत में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और न ही इसका सूतक काल मान्य होगा।