Chandra Grahan 2024: इस साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि यानी 18 सितंबर दिन बुधवार को लग रहा है। इस बार यह आंशिक ग्रहण होगा। साल का दूसरा चंद्रगहण 18 सितंबर सुबह 6 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर सुबह 10 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। बता दें कि, इसके पहले पहला चंद्रग्रहण 25 मार्च को लग चुका है। ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। जिनकी अवधि 4 घंटे 4 मिनट की होगी। धर्म शास्त्रों अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
Chandra Grahan 2024: बता दें कि, सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है और कहा जाता है कि सूतक काल के दौरान कोई भी काम नहीं करना चाहिए। इसके साथ ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भी सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को बहुत ज़्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। उनकी जरा सी लापरवाही से आने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को रसोई का काम नहीं करना चाहिए।
सुई में धागा नहीं पिरोना चाहिए। कुछ भी छीलना या काटना नहीं चाहिए।
गर्भवती महिला के वातावरण से चंद्र ग्रहण के नकारात्मक तत्वों को दूर करने के लिए कमरे के बाहर गाय के गोबर या गेरू से टूटे हुए क्रॉस का निशान बनाना जरूरी है।
गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही सीधे ग्रहण को देखना चाहिए।
ग्रहण के दिनों में गर्भवती महिलाओं को यथासंभव विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। महिलाओं को पूजा-पाठ पर ध्यान देना चाहिए।
इसके साथ ही चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ न करें और न ही देवी-देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श करें। शास्त्रों में ग्रहण के दौरान भगवान की प्रतिमाओं को स्पर्श करने की मनाही है।
चंद्र ग्रहण के दौरान नुकीली चीजों का प्रयोग न करें। इस समय कैंची, चाकू और सुई आदि चीजों से परहेज करें। इसके साथ ही ग्रहण के समय श्मशान एवं नकारात्मक जगहों पर जाने से परहेज करें।