Chanakya Niti on Financial problems: दुनिया में हर इंसान को कभी न कभी आर्थिक तंगी का सामना करना ही पड़ता है। अगर आप भी कुछ इस तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आप आचार्य चाणक्य की कुछ नीतिा अपना सकते हैं। बता दें कि आचार्य चाणक्य को अच्छी एवं बुरी दोनों तरह की परिस्थितियों का अनुभव था। उन्होंने व्यक्ति के जीवन के हर पहलू के बारे में विस्तार से बताया है। आइए जानते हैं….
आर्थिक तंगी से छुटकारा दिलाएगी चाणक्य की ये नीति
भूलकर भी न करें अन्न का अपमान
जिन घरों में अन्न का अपमान किया जाता है या अन्न की बर्बादी की जाती है. उस घर में कभी भी मां लक्ष्मी एव अन्नपूर्णाका वास नहीं होता। इसलिए कभी भी भूल से भी अन्न का अपमान नहीं करना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में अन्न का सम्मान किया जाता है, उस घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है। साथ ही उस घर में धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा से भंडार सदैव भरे रहता हैं।
बेवहज धन खर्च न करें
चाणक्य निति के अनुसार, जब व्यक्ति बुरे वक्त का सामना करता है, तो उस समय केवल धन ही काम आता है। ऐसे में व्यक्ति को कभी भी बेवजह की चीजों पर धन खर्च नहीं करना चाहिए। क्योंकि जो इंसान बेकार की चीजों पैसा खर्च करता है उसे आगे चलकर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
ब्राह्मण एवं ज्ञानी का सम्मान करें
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मनुष्य को सदैव ब्राह्मण एवं ज्ञानी लोगों की संगति करनी चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए। जिन घरों में ब्राह्मण या ज्ञानी व्यक्ति का सम्मान किया जाता है, उस घर में धन की देवी माता मां लक्ष्मी स्वयं चलकर हैं।
पति पत्नी एक दूसरे का करें सम्मान
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जिस घर में पति-पत्नी प्रेम पूर्वक रहते हैं एवं एक दूसरे का सम्मान करते हैं उस घर में सदैव शांति का वातावरण बना रहता है। ठीक विपरित जिस घर में रोजाना लड़ाई-झगड़े होते है वहा दरिद्रता का वास होता है। इसलिए घर में सदैव शांति का वातावरण रखना चाहिए ।