Bhagwat Geeta Benefits: हिंदू धर्म भागवत गीता का काफी ज्यादा महत्व होता है। हर किसी के घर के मंदिर में भागवत गीता जरूर होती है। वहीं अधिकतर कथावाचक श्रीमद्भागवत पुराण की कथाओं का ही बखान करते हैं। कई जगहों पर भागवत कथा का आयोजन होता है। भागवत पुराण में श्रीकृष्ण की लीलाओं के साथ ही हिंदू धर्म की कई कथाओं और श्री हरि विष्णु के सभी अवतारों की कहानी को समेटा गया है। इनकी कथाओं को सिर्फ सुनने मात्र से श्रद्धालु खुद को धन्य महसूस करते हैं।
बता दें कि, श्रीमद् भागवत गीता के अनुसार जो मानव भक्ति पूर्वक भागवत कथा सुनते हैं ऋद्धि और सिद्धि सदा उनके संनिकट खेलती रहती है। महान तप ,व्रत ,तीर्थ ,दान ,नियम, हवन और यज्ञ आदि करने पर भी मनुष्य को जो फल दुर्लभ रहता है वह केवल भागवत कथा सुनने से सुलभ हो जाता है । वहीं जिस घर में श्रीमद् भागवत की पुस्तक का नित्य पूजन होता है वह घर तीर्थ स्वरूप हो जाता है वहां रहने वाले लोगों के पास भूत, प्रेत, पाप, दुख नहीं टिक सकते है। श्रीमद् भागवत पुराण भगवान से मिलने का सुगम साधन है। जिस प्रकार दूध को मथ कर नवनीत उत्पन्न होता है।
Bhagwat Geeta Benefits: श्रीमद् देवी भागवत पुराण में 12 स्कंध, 18000 श्लोक एवं 318 अध्याय है। श्रीमद् भागवत पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति से लेकर माता की सम्पूर्ण महिमा का वर्णन किया गया है। वहीं भागवत कथा सुनने के भी कई लाभ मिलते हैं।
सात दिनों तक निरंतर भागवत गीता सुनने से मन में शुद्धता और निर्मलता का वास होता है। मस्तिष्क, मन और हृदय निर्मल हो जाते हैं।
इससे जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक आध्यात्मिक विकास होता है। मन में सही और गलत को समझने की क्षमता बढ़ती है।
भागवत गीता कल्पवृक्ष के समान है। इससे श्रवण से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की जा सकती है। कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है।
भागवत गीता सुनने से हिंदू धर्म के कर्मकांड, नियम, दर्शन, ब्रह्मांड, सृष्टि निर्माण, जन्म-मरण, पुनर्जन्म, सप्तलोक, प्रलय, आत्मा, परमात्मा, काल, इतिहास और भविष्य का संक्षिप्त ज्ञान हो जाता है।
भागवत गीता सुनने से पापों से मुक्ति मिलती है और मरने के बाद जातक मोक्ष को प्राप्त करता है।