Bhagwan Ganesha Mantra: हिंदू धर्म में गणेश जी को प्रथम पूज्य माना गया है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले श्री गणेश की पूजा की जाती है। वैसे तो भगवान गणेश के अनेकों मंत्र हैं, जिनका उच्चारण हम सभी शुभ कार्यों के आरंभ में करते हैं, लेकिन कुछ मंत्र ऐसे भी हैं जिसके जाप से घर में शुभता निवास करती है। इस दिव्य मंत्र के जाप से आपके जीवन सुख, समृद्धि और संपन्नता का आगमन होने लगेगा। विघ्नहर्ता गणेश आपके सुख की राह में आने वाले हर विघ्न को दूर कर देंगे। इस मंत्र का जाप आप हर बुधवार को कर सकते हैं।
1. ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा
अर्थ: यह मंत्र गणेश जी का सबसे सरल और प्रभावी मंत्र है। इस मंत्र के जाप से मनुष्य की बाधाएं दूर हो जाती हैं और भक्तों को उनके सभी प्रयासों में सफलता मिलने लगती है।
2. वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ: ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
अर्थ: इस मंत्र का जप करने से सभी विघ्न दूर हो जाते हैं। इसमें भगवान गणेश से सभी कार्यों को निर्विघ्न पूरा करने की प्रार्थना की गई है। इसे गणेश जी के सबसे शाक्तिशाली मंत्रो में से एक माना जाता हैं।
3. ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
अर्थ: इस मंत्र में भगवान के एकदंत स्वरूप का ध्यान किया गया है। मान्यता है कि भगवान गणेश जी के इस मंत्र के जाप से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
4. ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
अर्थ: गणेश जी का यह मंत्र अपार लक्ष्मी देने वाला है। गणेशजी की पूजा करने के बाद गणेश कुबेर मंत्र का 11 दिन तक नियमित रूप से जाप करने से व्यक्ति को धन के नवीन स्त्रोत मिलना आरंभ होते हैं। मान्यता है कि इसके बाद से जीवन में खुशियां दस्तक देने लगती हैं।
5. इदं दुर्वादलं ओम गं गणपतये नमः
अर्थ: भगवान गणेश को दूर्वा (घास) बहुत प्रिय है, यदि आप गणेशजी को दूर्वा चढ़ा रहे हैं तो इस मंत्र को जपना चाहिए। मान्यता है कि इससे गणेशजी प्रसन्न होते हैं।