Baisakhi 2020: बैसाखी के दिन सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह ने रखी थी खालसा पंथ की नींव, जानें पर्व का महत्व

Baisakhi 2020: बैसाखी के दिन सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह ने रखी थी खालसा पंथ की नींव, जानें पर्व का महत्व

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  • Publish Date - April 13, 2020 / 03:18 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

धर्म। सिखों का प्रमुख त्योहार बैसाखी पर्व आज मनाया जाएगा। रबी की फसलें तैयार होने की खुशी में बड़े उत्साह और उमंग के साथ बैसाखी पर्व मनाया जाता है। मुख्य रुप से पंजाब और हरियाणा के किसान इस पर्व को हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं।

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इसी दिन ही सिखों के 10वें गुर गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की नींव रखी थी। दरअसल मुगलों के बढ़ते अत्याचार के खिलाफ लड़ाई के लिए गुरु गोबिंद सिंह ने साल 1699 में आनंद साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की। बैसाखी के दिन पवित्र गुरुद्वारों में कई तरह के धार्मिक आयोजन और कीर्तन किया जाता है।

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बैसाखी के पर्व को मेष संक्रांति के पर्व के नाम भी जाना जाता है। ज्योतिष के अनुसार से भी आज का दिन बेदह महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। बैसाखी के ही दिन सूर्य मीन राशि को छोड़कर मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए इस दिन मेष संक्रांति भी मनाई जाती है। वहीं बैसाखी के दिन पवित्र नदियों में स्नान कर सूर्य देव को जल अर्पित करने की परंपरा है।

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