रुद्रप्रयाग। विश्व प्रसिद्ध भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद आज सुबह 6:10 खोल दिए गए। कपाट खुलने के मौके पर यहां तीर्थयात्री और स्थानीय लोगों की कमी साफ देखी गई। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब मंदिर परिसर खाली रहा।
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दरअसल कोरोना वायरस के चलते इस बार मंदिर परिसर में भक्तों के आने की पाबंदी लगाई गई है। जिसके चलते इस खास मौके पर मंदिर परिसर में बम-बम भोले के जयघोषों की गूंजों की कमी खली। ऐसा पूर्व में कभी नहीं देखा गया कि जब बाबा केदार के कपाट खुल रहे हों और भक्तों की किसी तरह कमी देखी गई हो।
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ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ भगवान के कपाट इस यात्रा वर्ष में मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में आज प्रातः 06 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान पूर्वक खुल गए। पुजारी शिवशंकर लिंग ने रूद्राभिषेक एवं जलाभिषेक पूजा संपन्न की भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया।
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बताते चले कि प्रात: तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए। भैरवनाथ का आवाह्न किया गया। जिसके ठीक प्रात: 06 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिए गए।
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