कपिल शर्मा, हरदा। प्रदेश में एक ऐसा स्थान मौजूद है, जहां बारह ज्योतर्लिंग एक साथ विद्यमान है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के हरदा जिले की जहां शहर के गुप्तेश्वर मंदिर परिसर में 12 ज्योतर्लिंग विद्यमान है। शहर का गुप्तेश्वर मंदिर करीब 500 से भी अधिक पुराना मंदिर है, जो शहर की अजनाल नदी पर बना हुआ है।
मंदिर समिति के सदस्य बताते है की पहले नदी किनारे एक छोटा सा मठ था जिसमें शिवलिंग स्थापित था। साथ ही इसके नीचे गर्भगृह मे एक गुफा बनी हुई है। इस गुफा का राज आजतक किसी को पता नहीं चला। 2003 से मंदिर का पुनः निर्माण समिति व दानदाताओं द्वारा करवाया गया था। उसके बाद यहाँ वर्ष 2019 में 12 ज्योतर्लिंग की स्थापना की गई। समिति के सदस्य बताते है की श्रद्धांलु बारह ज्योतर्लिंग के दर्शन करने अलग-अलग राज्यों में जाते है। इसको देखते हुए समिति नए हरदा जिले की प्राचीन गुप्तेश्वर मंदिर परिसर में ही बारह ज्योतर्लिंग की स्थापना करवाई गई।
आपको बता दे की इन बारह ज्योतर्लिंग का महत्व उतना ही है जितना की भारत के अलग-अलग राज्यों मे स्थापित ज्योतिर्लिंगों का है। इतना ही नहीं गुप्तेश्वर मंदिर परिसर मे एक दक्षिण व पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर भी स्थापित है, जहां पहले ऋषि मुनि तपस्या करते थे। एक प्रकार से देखा जाए तो यह ऋषि मुनियो को तपोभूमि भी है। मंदिर परिसर मे विशाल शिवलिंग, भगवान गणेश और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। श्रावण माह में प्रत्येक सोमवार को इन बारह ज्योतर्लिंगों का श्रद्धांलुओं द्वारा अभिषेक पूजन किया जाता है। साथ ही प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का विशेष श्रंगार किया जाता है जिसे देखने शहर के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं।
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