नई दिल्लीः Ban Ram Lalla Pran Pratishtha Live Telecast राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में अब 24 घंटे से कम का समय रह गया है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या सहित पूरे भारत में ताबड़तोड़ तैयारी की जा रही है। पूरी अवध नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं, सोशल मीडिया से लेेकर समाचार चैनलों में प्रभु श्री राम छाए हुए हैं। लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लाइव टेलिकास्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बात की जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी है।
Ban Ram Lalla Pran Pratishtha Live Telecast Ban Ram Lalla Pran Pratishtha Live Telecastवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर जानकारी देते हुए लिखा है कि तमिलनाडु के कई हिस्सों में दिल दहला देने वाला और विचित्र दृश्य देखने को मिल रहा है। लोगों को भजन आयोजित करने, गरीबों को खाना खिलाने, मिठाइयां बाटने, ख़ुशी मनाने से रोका जा रहा है और धमकाया जा रहा है, जबकि वह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करते हुए देखना चाहते हैं।
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि केबल टीवी ऑपरेटरों को बताया गया है कि लाइव टेलीकास्ट के दौरान बिजली बंद होने की संभावना है। यह इंडी गठबंधन के प्रमुख साथी डीएमके का हिंदू विरोधी कदम है। तमिलनाडु सरकार ने 22 जनवरी 2024 को होने वाले अयोध्या राम मंदिर के कार्यक्रमों के लाइव प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। तमिलनाडु में प्रभु श्री राम के 200 से ज़्यादा मंदिर हैं। एचआर एंड सीई द्वारा प्रबंधित मंदिरों में श्री राम के नाम पर किसी भी प्रकार की पूजा, भजन, कीर्तन, प्रसादम एवं अन्नदान की अनुमति नहीं है। पुलिस निजी तौर पर संचालित मंदिरों को भी कार्यक्रम आयोजित करने से रोक रही है।
वे आयोजकों को धमकी दे रहे हैं कि वे पंडाल तोड़ देंगे। मैं डीएमके राज्य सरकार के इस हिंदू विरोधी, घृणित कार्रवाई की कड़ी निंदा करती हूं। तमिलनाडु सरकार अनौपचारिक लाइव टेलीकास्ट प्रतिबंध को उचित ठहराने के लिए कानून व्यवस्था के बिगड़ने का दावा कर रही है। यह एक झूठी और फर्जी कहानी है! अयोध्या फैसले के दिन कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं थी। देश-भर यह समस्या वह दिन भी नहीं थी जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया था। तमिलनाडु में प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव मनाने के लिए लोगों में उमड़े स्वैच्छिक भागीदारी और भावना ने हिंदू विरोधी DMK सरकार को बेहद परेशान कर दिया है !
तमिलनाडु सरकार अनौपचारिक लाइव टेलीकास्ट प्रतिबंध को उचित ठहराने के लिए कानून व्यवस्था के बिगड़ने का दावा कर रही है। यह एक झूठी और फर्जी कहानी है! #अयोध्या फैसले के दिन कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं थी। देश-भर यह समस्या वह दिन भी नहीं थी जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) January 21, 2024