Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले नए भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं। देशभर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गजब का उत्साह बना हुआ है। वहीं आज से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां शुरू हो गई है। आज 16 जनवरी को श्री राम तीर्थ क्षेत्र मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान यहां प्रायश्चित समारोह किया जा रहा है। सरयू के तट पर दशविध स्नान होगा। अनुष्ठान समारोह में विष्णु पूजा और गोदान भी किया जाएगा।
आपको बता दें कि रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पांच दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन गौरी अंबिका पूजा की जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो गणेश अंबिका पूजन पर दुर्लभ सिद्ध योग समेत 5 अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इन योग में मां गौरी संग भगवान गणेश की पूजा करने से कई गुना फल प्राप्त होगा। चलिए आपको बताते है कि प्राण प्रतिष्ठा के समय कौन से शुभ योग बन रहे हैं।
ज्योतिषियों की मानें तो गणेश अंबिका पूजन के दिन सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में ही गणेश अंबिका पूजन किया जाएगा। दुर्लभ सिद्ध योग दोपहर 02 बजकर 48 मिनट तक है। इसके बाद साध्य योग का निर्माण हो रहा है।
रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 5 दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर देर रात 02 बजकर 58 मिनट तक है। इस योग के दौरान ही गणेश अंबिका पूजन होगा।
Ramlala Pran Pratishtha: गणेश अंबिका पूजन पर बव और बालव दोनों करण का भी निर्माण हो रहा है। बव करण का निर्माण 08 बजकर 44 मिनट तक है। इस दिन भद्रा प्रातः काल 09 बजकर 22 मिनट तक स्वर्ग में रहेंगी। इन योग में जगत जननी मां दुर्गा और भगवान गणेश की पूजा की जाएगी।
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 21 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से 02 बजकर 59 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 46 मिनट से 06 बजकर 19 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 58 मिनट तक