CM Yogi Adityanath live from Ayodhya : राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या नगरी सज.धज कर तैयार हो चुकी है। पूरी अयोध्या को फूलों से सजाया गया है। प्रधानमंत्री पूजा सामग्री लेकर मंदिर के भीतर प्रवेश कर कर पूजन किया। बता दें कि पीएम मोदी रामलला की पूजा के लिए मुख्य यजमान बने और उन्होंने 11 दिनों के यम नियम का पालन भी किया है। राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्भगृह में पूजा.अर्चना कर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। आप घर पर रहकर भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव दर्शन कर सकते हैं और इस पावन व ऐतिहासिक दिन के साक्षी बन सकते हैं।
CM Yogi Adityanath live from Ayodhya : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। पीएम मोदी ने आरती करने के बाद भगवान को दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को राम मंदिर की कलाकृति भी भेंट की। अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज ऐसा लग रहा है जैसे वनवास काटकर प्रभु श्रीराम अयोध्या आए है। आज के दिन का इंतजार तो पूरे भारतवर्ष को था। आज के दिन के लिए हमें 500 वर्षों का इंतजार करना पड़ा। संत, साधुओं, जनजानियों, नागाओं, महिलाओं, नागरिकों न जाने कितने लोगों और रामभक्तों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अपनी कुर्बानी दी है।
योगी ने कहा कि रामलला सिहांसन पर बैठ रहे हैं। भारत को इसी दिन की प्रतीक्षा थी। रामलला की क्षवि बिल्कुल वैसी है जैसा तुलसीदास ने कहा था। भाग्यवान है आज की पीढ़ी जो इस पल के साक्षी बन रहे हैं। आज पूरी दुनिया अयोध्या के वैभव के निहार रही है। अयोध्या नगरी विश्व की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित हो रही है। सीएम योगी ने कहा कि अब अयोध्या में गोलियां नहीं फूलों की बारिश होगी। सरयू के सभी घाटों को सुंदर बनाया जाएगा। अयोध्या नगरी में सभी तरह की व्यवस्थाएं की जाएगी। साथ ही सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी रामभक्तों का स्वागत किया और शुभकामनाएं दी।
बता दें कि राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हो गया है। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले आरती की और फिर उसके बाद उन्हें दंडवत प्रणाम किया। पीएम मोदी ने साष्टांग प्रणाम के बाद परिक्रमा भी की। इसके बाद मंदिर का भ्रमण किया। राममंदिर के शिलान्यास की नींव रखने वाले कामेश्वर चौपाल से प्रधानमंत्री ने मंदिर के भीतर मुलाकात की। उनकी पीठ थपथपाई।