Ram Mandir Pran Pratishtha

Ram Mandir Pran Pratishtha : राम मंदिर के गर्भगृह में रखे जाने वाली मूर्ति हुई फाइनल! केंद्रीय मंत्री ने दी अहम जानकारी

Ram Mandir Pran Pratishtha : राम मंदिर के गर्भगृह में रखे जाने वाली मूर्ति हुई फाइनल! केंद्रीय मंत्री ने दी अहम जानकारी

Edited By :   Modified Date:  January 3, 2024 / 01:39 PM IST, Published Date : January 3, 2024/1:36 pm IST

Ram Mandir Pran Pratishtha : 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की भव्य तैयारियां की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश और विदेश से लाखों रामभक्त राम मंदिर के उद्घाटन अवसर पर अयोध्या पहुंचेंगे। वीवीआईपी मेहमानों का स्वागत करने के लिए अयोध्या को संजाने संवारने का काम चल रहा है। इसी बीच राम मंदिर के गर्भग्रह में रखे जाने वाले रामलला की मूर्ति फाइनल हो गई है। केंद्रिय मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया है कि मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित होगी।

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बीजेपी नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राज्य के मूर्तिकार अरुण योगीराज को बधाई देते हुए कहा था, कि “मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति को अयोध्या के भव्य श्री राम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है, जिससे राज्य के सभी राम भक्तों का गौरव और खुशी दोगुनी हो गई है। शिल्पी योगीराज अरुण को हार्दिक बधाई।” हालांकि योगीराज ने न्यूज एजेंसी को बताया कि उन्हें अभी तक उनकी मूर्ति स्वीकार किए जाने के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

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रामलला की मूर्ति को लेकर अब राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने जानकारी दी है और कहा है कि राम मंदिर अभी राम मंदिर में कौन सी मूर्ति स्थापित की जानी है इसके लिए चर्चा की जा रही है। अभी कोई फाइन निर्णय नहीं लिया गया है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कहा कि हमने तीन प्रतिमाएं तराशी है, लेकिन किसकी प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में की जाएगी इस पर अभी चर्चा जारी है। बता दें कि तीन मूर्तिकारों ने अलग-अलग पत्थरों पर अलग-अलग काम करके भगवान की मूर्तियां बनाई हैं। उनमें से दो के लिए पत्थर कर्नाटक से आया था। वहीं, तीसरी मूर्ति राजस्थान से लाई गई चट्टान से बनाई जा रही थी। मूर्तियों की नक्काशी जयपुर के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे और कर्नाटक के गणेश भट्ट और अरुण योगीराज ने की थी।

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