जयपुर: सांगानेर सीट से विधायक भजन लाल शर्मा को राजस्थान का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है। भाजपा के विधायक दल के सामने उनके नाम का प्रस्ताव खुद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने रखा था जिसे आम सहमति के साथ स्वीकार लिया गया।
हालांकि यह फैसला हर किसी के लिए हैरान करने वाला था। दरअसल केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने जब वसुंधरा राजे को नए सीएम के नाम की पर्ची सौंपी तो शायद राजे को भी इस बात की भनक नहीं थी कि पहली बार के विधायक भजनलाल को कैसे राजस्थान जैसे बड़े राज्य की कमान सौंपी जा सकती है? पर्ची खोलते ही वसुंधरा भी हैरान रह गई। संभवतः उसमें भजनलाल का ही नाम था।
वही इस पूरे ऐलान के पहले भाजपा विधायक दल का पर्यवेक्षकों के साथ एक सामूहिक फोटो सेशन भी हुआ। इस फोटो में बड़े नेता तो सामने की कतार में बैठे थे जबकि खुद भजनलाल ऊपर से तीसरी पंक्ति पर बैठे नजर हुए थे। इस वक़्त तक खुद भजनलाल को अंदेशा नहीं था कि कुछ ही पलों में उन्हें उनके जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।
गौरतलब है कि राजस्थान में नए मुख्यमंत्री कोई लेकर पिछले 9 दिनों से मचे सियासी उठक पटक पर विराम लग चुका है। जीत हुए विधायकों ने नए सीएम के तौर पर भजन लाल शर्मा के नाम पर मुहर लगा दी है। वह राजस्थान के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए है। आरएसएस पृष्ठभूमि वाले भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक चुने गए है। भजनलाल राजस्थान के सांगानेर सीट से विधायक निर्वाचित हुए है। वह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी नेताओं में शुमार है। विधायक होने के साथ ही भजन लाल शर्मा प्रदेश महामंत्री की कमान संभाल रहे थे। विधायक दल की बैठक में खुद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने उनके नाम का प्रस्ताव सामने रखा जिसपर सभी विधायकों ने अपनी सहमति दे दी। पार्टी नेतृत्व ने बतौर पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह जबकि सह-पर्यवेक्षक के रूप में विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को नए मुख्यमंत्री के चयन की जिम्मेदारी दी थी।
इसके पहले केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह मंगलवार दोपहर जयपुर पहुंचे। राजनाथ सिंह के साथ सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडेय भी जयपुर आए। राजस्थान में बीजेपी के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी भी चार्टर्ड विमान से उनके साथ पहुंचे। जयपुर एयरपोर्ट पर बीजेपी के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनका स्वागत किया।
भाजपा ने छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की तरह यहां भी चौंकाने वाला नाम सामने रखा। इस तरह भजनलाल ने सीएम पद के दावेदार रहे वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ, गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, दीया कुमारी और राजवर्धन राठौड़ जैसे नामों को पीछे छोड़ दिया। छत्तीसगढ़ में जहाँ भाजपा ने आदिवासी चेहरे को तरजीह दी, एमपी में ओबीसी तो राजस्थान में सवर्ण नेता को कमान सौंपकर अपनी लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है।
भाजपा ने इस बार सांगानेर से अशोक लोहाटी का टिकट काटकर भरतपुर से ताल्लुक रखने वाले भजनलाल शर्मा को मौक़ा दिया था। पार्टी के उम्मीदों पर खरा उतारते हुए भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48 हजार 81 वोटों के बड़े अन्तर से हराया है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय, जयपुर में पर्यवेक्षक व केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव श्री @TawdeVinod, राज्यसभा सांसद सुश्री @SarojPandeyBJP, प्रदेश प्रभारी श्री @ArunSinghbjp, प्रदेश अध्यक्ष श्री @cpjoshiBJP, प्रदेश चुनाव प्रभारी श्री @JoshiPralhad एवं… pic.twitter.com/xl1pb2b31Y
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) December 12, 2023