PM Narendra Modi Birthday Special: एक्टर बनना चाहते थे नरेंद्र मोदी, इनसे मिलने के बाद शुरू हुई सियासत की दौड़

पीएम नरेंद्र मोदी पॉलिटिकल करियर स्टार्ट करने से पहले एक कलाकार का जीवन जीना चाहते थे। पीएम नरेंद्र की बतौर कलाकार कई तश्वीरें भी हैं।

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  • Publish Date - September 17, 2022 / 12:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

नई दिल्ली:PM Narendra Modi Birthday आज नरेंद्र मोदी का जन्म दिन पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधामंत्री के तौर पीएम मोदी ने भारत को विश्व पटल पर  अलग पहचान दिलाई है। दुनिया के टॉप पॉलिटिकल मैगजीन में से एक डेक्कन हेरॉल्ड ने पीएम मोदी को दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता बताया है। लेकिन क्या आप जानते हैं? पीएम नरेंद्र मोदी पॉलिटिकल करियर स्टार्ट करने से पहले एक कलाकार का जीवन जीना चाहते थे। पीएम नरेंद्र की बतौर कलाकार कई तश्वीरें भी हैं। जिन्हे आपको भी देखना चाहिए।

ये फोटो कलाकार मोदी की है,जब मोदी ने नक नाटक में किरदार निभाया था।

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भाषण के समय मोदी 

PM Narendra Modi Birthday पीएम मोदी बतौर एक कलाकार के साथ बचपन से एक अच्छे वक्ता भी हैं। जिसकी झलक हम पीएम मोदी के भाषण में देखते हैं। जिनको हम आज पीएम के नाम से जानते हैं दरशल उनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदार दास मोदी है। ये बात शायद आप सब जानते हैं लेकिन शायद ये नही जानते होंगे कि पीएम मोदी के बचपन का नाम भी कुछ था। जी हां हमारे आपके तरह पीएम मोदी का भी बचपन का नाम था। मोदी को उनके दोस्त नरेया कह के बुलाते थे। जबकी मोदी की माता जी मोदी को आज भी नरु  कह के बुलाती थी। लेकिन हम आपके साथ एक और तश्वीर शेयर करेंगे जिसमें युवा मोदी के भाषण देते नजर आएंगे।

इनकी वजह से मोदी ने शुरु की सियासत की दौड़

PM Narendra Modi Birthday पीएम मोदी के राजनीतिक गुरू लक्ष्मन राव ईनामदार को माना जाता है। जिनको मोदी जी वकील साहेब के नाम से बुलाते थे। पीएम मोदी  को उन्होने ही बाल स्वंसेवक के रुप में आरएसएस में दाखिल करवाया था। जिसके बाद पीएम मोदी समाज के गांव के यहां तक की शहर के मुद्दो को समझने में पकड़ बनी थी। पीएम मोदी ने बीच में आर एसएस को छोड़ कर सन्यासी बनने के मार्ग पर हिमालय निकल गए थे। जहां उन्होने लगभग दो साल तक जीवन व्यतीत किया। जिसके बाद वहां के एक ऋषि ने पीएम को देश के लिए काम करने की सलाह दी। फिर मोदी वापस आए और आर एसएस दोबारा ज्वाइवन कर इतिहास रच दिया।