Aatmnirbhar bharat yojna: कोरोना की भयंकर महामारी में Life Line साबित हुआ

Atmanirbhar Bharat: कोरोना की भयंकर महामारी में Life Line साबित हुआ पीएम मोदी का मंत्र, युवाओं को मिली नई दिशा

Atmanirbhar Bharat: कोरोना की भयंकर महामारी में Life Line साबित हुआ पीएम मोदी का मंत्र, युवाओं को मिली नई दिशा

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:31 PM IST, Published Date : September 16, 2022/7:02 pm IST

Aatmnirbhar bharat yojna: भारत के प्रधानमंत्री का कल शनिवार 17 सिंतबर को जन्मदिन है। इस साल वे 72 साल के हो जाएंगे। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाया गया आत्मनिर्भर भारत योजना के बारे में चर्चा करेंगे। भारत में जब से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेन्द्र मोदी ने अपना अधिपत्य जमाया है तब से लेकर अब तक भारत की जनता के लिए एक से एक योजनाओं को लागू कर उन पर अमल भी किया। देश को मजबूत करने के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना सरकार का सबसे बड़ा प्लान है। जिसके माध्यम से भारत किसी दूसरे देश पर निर्भर न होकर खुद मजबूत की राह में कदम बढ़ाया। पीएम की कई योजनाओं में से एकआत्मनिर्भर भारत योजना काफी कारगार साबित हुई।

ये भी पढ़ें- Bharat Jodo yatra : बेरोजगारी को लेकर राहुल ने मोदी सरकार पर बोला हमला, कहा- युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे..

इसलिए शुरू की गई थी योजना

Aatmnirbhar bharat yojna: भारत हाल ही में कोरोना की चंगुल से बाहर निकला है। धीरे-धीरे कोरोना का प्रकोप खत्म तो नहीं हुआ है। लेकिन लोगों ने कोरोना से लड़ने के लिए कोरोना वैक्सीन जरूर लगवा ली है। जिस वजह से आज कोरोना का डर का डर कम हो गया है। लेकिन कोरोना के दौरान लॉकडाउन में कई लोगों की नौकरी गई तो कई लोगों के धंधे चौपच हो गई। लॉकडाउन के बाद देश आर्थिक गतिविधियां, काम धंधा, उद्योग धंधे पूरी तरह ठप हो गए थे। ट्रांसपोर्ट चेन भी पूरी तरह बहाल नहीं थी। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और इसके जरिये आत्मनिर्भर बनकर देश को 21वीं सदी का भारत बनाने की बात कही। भारत सरकार ने देश हित में युवाओं को रोजगार एवं हर क्षेत्र में सक्षम बनाने हेतु आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना की शुरुआत की गई थी।

ये भी पढ़ें- चांग्शा की 42 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, दूर-दूर तक दिखाई दी आग की लपटें, बचाव कार्य जारी

क्या है आत्मनिर्भर भारत?

Aatmnirbhar bharat yojna: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल उत्पादों को वोकल बनाकर यानी उनका प्रचार कर उन्हें ग्लोबल यानी वैश्विक बनाने का आह्वान किया है, सरल शब्दों में कहें तो स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिए जाने की बात कही है। ताकि आर्थिक क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बन सके। इसके लिए उन्होंने इकोनॉमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमांड इन पांच एलीमेंट को मजबूत बनाए जाने पर जोर दिया। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो कदम उठाए गए साथ ही जो अभियान चलाया गया उसे आत्मनिर्भर भारत अभियान कहा जाता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की थी। इस पैकेज से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर, छोटे और मझोले उद्योगों यानी एमएसएमई, माइक्रो इंडस्ट्री को मजबूती देकर अर्थव्यवस्था को उच्च स्तर पर ले जाना है, ताकि आर्थिक क्षेत्र में भारत आत्म निर्भर बन सके।

ये भी पढ़ें- शादी का प्रस्ताव सुनकर शरमा गए राहुल गांधी, लोगों की भीड़ में महिला ने कह दी कुछ ऐसी बात

2021 में हुई थी योजना की शुरूआत

Aatmnirbhar bharat yojna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्म निर्भर बनाने की ओर एक पहल की। पीएम ने भारत को खुद पर निर्भर होकर उत्पादन करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए योजना की घोषणा की थी। 1 फरवरी 2021 को वित्तीय वर्ष बजट की घोषणा के दौरान मुख्य रूप से आत्म निर्भर योजना के बारे में चर्चा की गई थी। जिसके बाद 12 मई को योजना की शुरूआत की गई। कोरोना का के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 12 मई 2020 को आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना की घोषणा की। जिससे 130 करोड़ लोगों को आत्मनिर्भर होने और कोरोना से लड़ने की हिदायत दी गई थी।

ये भी पढ़ें- गंगा किनारे काला चश्मा पहनना पड़ा भारी, साधु-संत ने की कार्रवाई की मांग, जानें क्या है पूरा मामला

देश की आर्थिक व्यवस्था को पटरी पर लाई योजना

Aatmnirbhar bharat yojna: आत्मनिर्भर भारत अभियान से देश के रोजगार पर अधिक ध्यान दिया गया। गौरतलब है कि लॉक डाउन की वजह से देश के मजदूरों और किसान बहुत प्रभावित हुए है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज की घोषणा भी की थी। जो देश की जीडीपी का 10 प्रतिशत है। इस योजना ने भारत की आर्थिक व्यवस्था को सुचारु करने में महत्पूर्ण भूमिका निभाई है। पीएम की आत्मनिर्भर भारत योजना ने देश की अर्थ व्यवस्था को सुधारने का काम तो किया ही है। साथ ही ऐसे लोगों को भी मंच मिला जो बेरोजगार थे।

ये भी पढ़ें- पीएम के जन्मदिन पर लॉन्च होगी 56 इंच की थाली, जीत सकते है साढ़े 8 लाख रूपए और ट्रिप, बस करना होगा ये काम

आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना का उद्देश्य

Aatmnirbhar bharat yojna: इस योजना का उद्देश्य लोगो के आत्मनिर्भर को बढ़ाना है। ताकि भारत का हर व्यक्ति मुश्किल समय में एक दूसरे का सहारा बने। कोरोना काल के चलते छोटे उद्योगों, मजदुर, किसानों, श्रमिक को बहुत नुकसान झेलना पड़ा। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा चुने गए सभी लाभार्थियों को आर्थिक सहायता दी गई। जिससे की सभी लोगों की मदद की जाए और आत्म निर्भर योजना के अंतर्गत सभी प्राइवेट सेक्टर को भी मदद दी गई। केंद्र सरकार ने इस योजना में लाभ देने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट लांच की जिस पर आवेदन करके आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना का लाभ ले सकते हैं। लेकिन इस योजना में आवेदन करने से पहले आपको इसकी पात्रता से गुजरना होगा।

ये भी पढ़ें- प्रदेश में हुए घोटाले को लेकर विपक्ष खटखटाएगा हाईकोर्ट का दरवाजा, सदन से सड़क तक जारी आंदोलन

भारत कैसे बन सकता है आत्मनिर्भर

Aatmnirbhar bharat yojna: भारत में सबसे ज्यादा आयात इलैक्ट्रॉनिक उत्पादों का होता आया है। इनमें से अधिकतर सामान चीन से आयात किया जाता रहा है। महामारी के चलते आपूर्ति श्रृंखला में आई बाधाओं और भारत के प्रति चीन के रणनीतिक रवैये ने केंद्र सरकार को घरेलू उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाने की ओर सजग किया है। अधिकांश इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों; जैसे-स्मार्टफोन, पी.सी., कार, घड़ी, द्रोण, चिकित्सा उपकरण और अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल होता है। इस प्रकार की चिप के लिए अभी तक भारत पूरी तरह से चीन और ताइवान पर निर्भर रहा है। इसके अलावा भी सामग्री की एक लंबी सूची है, जिनके लिए भारत दूसरे देशों से आयात पर निर्भर है।

ये भी पढ़ें- ‘Make In India’ मोदी सरकार की योजना ने बदली भारत में व्यापार की दिशा और दशा, इन सेक्टर्स ने पकड़ी ताबड़तोड़ रफ्तार

ऐसे होगा आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा

Aatmnirbhar bharat yojna: इसके लिए भारत में जर्मन मॉडल पर आधारित एक ऐसा वातावरण तैयार करना होगा, जहां शोध-अनुसंधान को ही प्रधानता दी जा सके। व्यक्ति को उसकी वेशभूषा से नहीं, बल्कि उसकी प्रतिभा के आधार पर आंका जा सके। जहां सरकार का निवेश ऐसी पारिस्थिति के निर्माण पर हो, जिसमें हर जिज्ञासु जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं की चिंता के बिना अपना पूरा जोश और उत्साह आविष्कारों में लगा सके। ऐसी स्थितियों में ही हम आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार कर सकेंगे।

ये भी पढ़ें- गांधी परिवार से बाहर का होगा इस बार कांग्रेस अध्यक्ष? ये तीन नेता माने जा रहे हैं प्रबल दावेदार

आत्मनिर्भर भारत से देश को लाभ

Aatmnirbhar bharat yojna: भारत सरकार और रिजर्व बैंक के द्वारा आत्म निर्भर भारत आभियान के तहत 27.1 लाख करोड़ रूपए का निवेश किया गया। जो देश की GDP में 13% का योगदान देती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मुख्य रूप से किसानों की आय स्तर को ऊंचा करने के लिए साथ ही महिला सशक्तिकरण सुशासन और अन्य सभी विकास के कार्यों पर बल दिया जाएगा। इसके अलावा इन लोगों को भी बढ़ावा मिलेगा जो कुछ नया अविष्कार करना चाहते है। भारत देश में टेलेंट की कमी नहीं है लेकिन कमी है तो बस तराशने की। युवाओं को सही दिशा निर्देश नहीं मिलने के कारण वे बढ़ नहीं पाते।

ये भी पढ़ें-  पीएम मोदी के बर्थ डे के दिन जन्म लेने वाले बच्चों को सोने की अंगूठी का मिलेगा उपहार, बांटी जाएंगी मछलियां

सभी के लिए लाभदायक आत्म निर्भर योजना

Aatmnirbhar bharat yojna: सरकार की आत्म निर्भर भारत योजना के तहत लोगों को अपनी प्रतिभा दुनिया के सामने दिखाने का मौका मिला है। आत्म निर्भर भारत देश के हित के लिए लाभकारी तो है ही साथ ही साथ उन लोगों के लिए भी लाभदायक है जो खुद का कुछ स्टार्टअप चालू करना चाहते है। इसी को बढ़ावा देने के लिए पीएम की आत्म निर्भर भारत योजना का सहयोग मिला है। आत्म निर्भर भारत योजना आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही इससे देश भर में बेरोजगारी में भी गिरावट आएगी। जब लोगों को अपना काम करने के लिए एक प्लेटफॉर्म मिल जाएगा तो नौकरी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। इससे बेरोजगारी दर में भी कमी आएगी।

ये भी पढ़ें- “शादी एक सजा है, योर ऑनर”, जानें किसने अदालत के सामने कही ये बात, हो रही चर्चा…

अभी तक कितने लोगों को मिला लाभ

Aatmnirbhar bharat yojna: EPFO द्वारा किए गए एक ट्वीट में इस बात की जानकारी दी गई है कि 30 अप्रैल 2022 तक इस योजना के तहत 58.76 लाख लोगों को फायदा मिला है।सरकार ने 4,920.67 करोड़ रुपये लाभार्थियों के खाते में डाले हैं. इनमें 1,47,335 प्रतिष्ठान शामिल हैं। इस योजना के तहत, सरकार 15,000 रुपये प्रति माह से कम वेतन वाले नए कर्मचारियों के लिए ईपीएफ (EPF) के हिस्से का भुगतान करती है।

ये भी पढ़ें- PM Narendra Modi Birthday Special : मोदी के स्वच्छ भारत अभियान ने बदली भारत की तस्वीर, खूबसूरती से भरा अब ऐसा दिखता है हमारा देश

इन्हें मिलता है फायदा

Aatmnirbhar bharat yojna: देश में बेरोजगारी को कम करने के लिए सरकार ने ये कदम उठाए थे. इस स्कीम का फायदा उन्हें ही मिलेगा, जिन्होंने एक अक्टूबर, 2020 से 30 जून 2020 के बीच नए कामगार रखे हों. वहीं, जिन लोगों की नौकरी एक मार्च 2020 से लेकर 30 सितंबर 2020 के बीच छूट गई है, उन्हें भी इस स्कीम का लाभ मिलता है।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें