एमपी के भारत आदिवासी पार्टी के एकमात्र विधायक कमलेश्वर डोडियार रतलाम जिसे के सैलाना विधानसभा से विधायक चुने गए है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कमलेश्वर के माता-पिता दोनों ही उन्की जीत से बेखबर थे।
मजदूर परिवार में पले-बढ़ें झोपड़ी से निकले डोडियार ने ग्रेजुएशन के बाद 4 साल तक राजस्थान के कोटा में मजदूरी की।
कमलेश्वर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के बाद आर्थिक परेशानी के चलते फैल हो गए तो घर लौटे और मजदूरी शुरू की। रुपए जुटाकर फिर दिल्ली गए से एलएलबी पूरी की।
कमलेश्वर डोडियार के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे चुनाव लड़ सकें। जिसके बाद उन्होंने 12 लाख का कर्ज लिया और चुनाव लड़ा।
कमलेश्वर ने दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा है। इससे पहले डोडियार को 2018 में 18726 मत मिले थे। जिसके बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
कमलेश्वर डोडियार के माता-पिता मजदूरी करते है। इतना ही नहीं कमलेश्वर ने खुद होटल में झूटे बर्तन धोकर अपना गुजारा किया है।
कमलेश्वर डोडियार एमपी के सबसे गरीब विधायक है। उन्होंने अपना जीत का जुलूस ऑटो पर निकाला इसी के साथ आज विस का चार्ज लेने के लिए 350 किमी का सफर तय कर भरी ठंड में भोपाल पहुंचे।
कमलेश्वर डोडियाल ने अमरीका के बराक ओबामा से प्रेरित होकर राजनीति में आने का मानस बनाया।
33 साल के कमलेश्वर डोडियार ने भारत आदिवासी पार्टी से 4618 मतों से जीत हासिल कर परचम फहराकर सभी को चौंकाया है।
Case Registered Against MLA Kamleshwar Dodiyar
MLA Kamleshwar