नई दिल्ली: Manu Bhaker Video: पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारत के नाम पहला मेडल दिलाकर मनु भाकर ने निशानेबाजी में 12 साल का सूखा खत्म कर दिया है। ओलपिंक में पहला मेडल दिलाने के बाद मनु भाकर को पूरे देश से बधाई संदेश मिल रहे हैं। पीएम मोदी ने भी उन्हें फोन करके बधाई दी है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद मनु भाकर ने अपने अब तक के सफर के बारे में खुलकर बात की है। इतना ही नहीं मनु भाकर ने बताया कि वो श्रीमद्भगवद गीता का नियमित पाठ करती है, जिसमें कहा गया है कि स्वयं कर्म पर भरोसा रखो। जो बीत गया, उसकी चिंता में डूबने के बजाय लक्ष्य पर फोकस करो।
Manu Bhaker Video: इस ऐतिहासिक जीत के बाद मनु भाकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में मनु भाकर हवन करते हुए नजर आ रहीं हैं। इस वीडियो मनु भाकर हैं महामृत्युंजय मंत्रोच्चार के साथ हवन कर रही हैं। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि मनु भाकर का ये वीडियो ओलपिंक का सफर शुरू होने से पहले का है, जब उन्होंने ओलंपिक में जीत के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया था।
दरअसल, टोक्यो ओलंपिक- 2021 में मेडल की रेस से बाहर होने के बाद मनु भाकर निराशा में डूब गई थी। श्रीमद्भगवद गीता ने मनु को निराशा से बाहर लाने का काम किया। मनु भाकर ने कहा कि जब वो पेरिस ओलंपिक में मेडल के लिए निशाना लगा रही थी तो उसके दिमाग में श्रीमद्भगवद गीता ही चल रही थी।
दुनिया की 75 से अधिक भाषाओं में अनुवाद की जा चुकी श्रीमद्भगवद गीता का विश्व की महान विभूतियां नियमित रूप से पाठ करती रही हैं। अपने जीवन में श्रीमद्भगवद गीता की शिक्षा का अनुसरण करती रही हैं। स्वयं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रीमद्भगवद गीता से गहरा लगाव था और उनके जीवन पर श्रीमद्भगवद गीता ने गहरा प्रभाव छोड़ा था।
वहीं, मनु भाकर के पिता की मानें तो टोक्यो ओलिंपिक में मनु ने नहीं उसकी पिस्टल ने धोखा दिया था। दूसरी सीरीज में बीच में इलेक्ट्रॉनिक ट्रिगर में सर्किट की खराबी आ गई थी। यह एक कठिन समय था, क्योंकि तकनीकी गड़बड़ी का सामना करना पड़ा और करीब 22 मिनट तक शूटिंग नहीं कर पाईं। टोक्यो ओलिंपिक में पदक से चूकने की वजह से लंबे समय तक डिप्रेशन के दौर से गुजरीं। घर में शूटिंग छोड़ने तक का जिक्र होने लगा था। फिर मनु ने गीता पढ़ते हुए अपने मन को साधा और योग से तनाव दूर किया। दरअसल, यह एक लंबी प्रक्रिया है।
ये मनु भाकर हैं।
आज ही ओलंपिक में मेडल जीती हैं।
महामृत्युंजय मंत्रोच्चार के साथ हवन कर रही हैं।
मेडल जीतने के बाद कहा, “भगवद्गीता के कारण ये जीत मुझे मिली है।”
भारत को ऐसे युवा इंस्पिरेशन की जरूरत है, जो सनातन की जड़ों से जुड़कर विश्व में कीर्तिमान स्थापित करे। pic.twitter.com/KB0PNhnSCm
— Panchjanya (@epanchjanya) July 28, 2024