रायपुर। छत्तीसगढ़ के 25 छात्र असम में फंसे हुए हैं, छात्रों में 9 छात्राएं भी शामिल हैं। इन छात्रों ने छत्तीसगढ़ वापसी के लिए मुख्यमंत्री से अपील की है, छात्रों ने आईबीसी24 के जरिए सीएम से अपील की है। ये सभी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के छात्र हैं। जो कि फार्मा मशीनरी ट्रेनिंग के लिए 1 मार्च को असम गए थे। ये छात्र-छात्राएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों के हैं, छात्रों ने आईबीसी 24 के माध्यम से अपील की है।
ये भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति ने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा, सीएम ने बताया लॉकडाउन पर भी मनरेगा में 12 लाख…
कोरोना संकट के बीच जहां सैंकड़ों छात्र राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हुए हैं। वहीं कुछ छात्रों के असम में फंसे होने की जानकारी मिली है। छ्त्तीसगढ़ के एग्रीकल्चरल इंजिनीयर प्रकाश देवांगन ने IBC24 को यह जानकारी दी है। प्रकाश ने एक वीडियो के माध्यम से बताया कि छत्तीसगढ़ से 25 छात्र असम में ट्रेनिंग के लिए आए हुए थे और लॉकडाउन में फंस गए हैं। इन 25 छात्रों में 9 छात्राएं भी हैं। यह सभी इंदिरा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चरल इंजिनीयर छात्र हैं।
ये भी पढ़ें: स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन, अब तक छत्तीसगढ़ में कु…
इनमें असम में फंसे इन छात्रों ने भावुक अपील करते हुए छत्तीसगढ़ शासन से मदद की मांग की है। एग्रीकल्चरल इंजिनीयर प्रकाश देवांगन ने अपील में कहा है सर हम आईजीकेवी रायपुर, (छ.ग.) विश्वविद्यालय के 25 छात्र हैं। जिसमें 9 लड़किया एवं 16 लड़के हैं, जो कि कृषि अभियांत्रिकी के प्रशिक्षण हेतु उत्तर पूर्वी क्षेत्र कृषि उपकरण प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान बिश्वनाथ चारीयाली (असम) में 1 मार्च से 27 मार्च 2020 तक प्रशिक्षण हेतु आए थे। जो कि लाॅकडाउन की वजह से हमें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और हम सभी छात्र घर नहीं जा पा रहे हैं। आपसे निवेदन है कि हमारी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए हमें अपने घर सही सलामत पहुंचने में हमारी मदद करें।
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में बाघों और राजकीय पशु वनभैंसा की संख्या बढ़ाने हरसंभव पहल…
देवांगन ने लिखा है कि आपसे निवेदन है कि यह बात माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छ.ग. शासन तक पहुंचाने की कृपा करें। बता दें छतीसगढ़ से फार्मा ट्रेनिंग के लिए ये स्टूडेंट असम गए थे, इनकी ट्रेनिंग 27 मार्च को समाप्त होनी थी लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से 22 मार्च को देशभर में लॉक डाउन हो गया, और ये छात्र वही फंस गए। जिनमें छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के छात्र हैं। छात्रों का कहना है कि अब कॉलेज प्रबंधन इनका फोन तक नहीं उठा रहा।