Year Ender 2022: नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल इस साल 25 जुलाई 2022 को खत्म हुआ लेकिन इससे पहले देश को नए राष्ट्रपति की तलाश थी। राष्ट्रपति की रेस में कई दिग्गजों के नाम शुमार थे। इससे पहले BJP और RSS के भीतर राष्ट्रपति पद के प्रत्याशियों के नामों को लेकर काफी मंथन हुआ। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव के बाद नामों पर मंथन और तेज हो गया। इनमें यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के नाम प्रमुखता से शामिल थे। हालांकि PM नरेंद्र मोदी ने ऐन मौके पर नया नाम लाकर सबको चौंका दिया।
Year Ender 2022: कई विचार मंथन चलने के बाद एक ऐसा नाम निकल कर साने आया जिसकी उम्मीद किसी को भी न थी। जिसके बाद देश को अपना 15वीं और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के रूप में मिली। साल 2022 में पांच राज्यों के चुनावों के बाद भारत के राष्ट्रपति का चुनाव हुआ। पहली महिला आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद के चुनाव ने एक ऐसे समुदाय पर भाजपा का प्रभाव और जमा दिया जिसने आरएसएस के काम और उसकी ताकत को देखा था, लेकिन बड़े पैमाने पर अब तक कांग्रेस को ही वोट दिया था।
Year Ender 2022: राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ने भारी अंतर से ऐतिहासिक जीत हासिल की एनडीए की उम्मीदवार मुर्मू को 64 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 36 फीसदी ही समर्थन मिला। लगभग 10 घंटे तक चली मतगणना के बाद द्रौपदी मुर्मू को विजेता घोषित किया गया। उन्हें कुल 6,76,803 वोट मिले। जबकि सिन्हा 3,80,177 वोट ही हासिल कर सके। राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव में कई राज्यों में पार्टियों के अंदर ही गुटबाजी देखी गई। द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोशित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पक्ष में वोट मांगा था। तो वहीं कांग्रेस ने विपक्ष उम्मीदवार यशवंत सिंहा के पक्ष में वोट की अपील की थी। लेकिन कई राज्यों में सिंहा का खाता भी नहीं खिला था। साथ ही कई राज्यों में क्रॉस वोटिंग भी हुई। जिसके परिणाम अनुसार द्रोपदी मुर्मू इस चुनाव में जीती और आज देश की राष्ट्रपति बन गईं।
Year Ender 2022: राष्ट्रपति भवन की शानदार रोशनी और शीशे वाले झूमरों से सजे इस भवन में आयोजित जश्न के बीच सफेद साड़ी में एक सामान्य महिला विशाल मखमली कुर्सी पर बैठी हुईं वहां की भव्यता से बेफिक्र और अपने पूर्वजों के हजारों वर्षों के ज्ञान से उत्साहित होकर पूरी कार्यवाही देख रही थीं। यह बेहद प्रभावशाली दृश्य था। मुर्मू की नियुक्ति का चुनावी परिणाम 2023 में देखा जाएगा जब आदिवासी आबादी वाले अहम राज्यों जैसे कि मध्य प्रदेश 21 प्रतिशत, राजस्थान 13 प्रतिशत और नगालैंड व मेघालय 86 प्रतिशत जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में चुनाव होंगे।