Year Ender 2022: भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी नबंवर 2023 में विधानसभा का चुनाव होना है। लेकिन इसी बीच कई उठा-पटक देखने को मिल रही है। प्रदेश बीजेपी में इस समय काफी बिखराव देखा जा रहा है। पार्टी से असंतुष्टों के आए दिन अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान सामने आ रहे है। जिससे ये साफ समझ आ रहा है कि पार्टी के अंदर के लोगों में आपस में ही नाराजगी है। चुनावी साल में मंत्री मंडल का विस्तार होना है। मंत्रीमंडल में फेर बदल को लेकर आए दिन कार्यालयों में बैठकों का दौर भी जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि चुनावी साल में मंत्री मंडल में बड़ा फेरबदल देखने को मिलेगा।
Year Ender 2022: मौजूदा शिवराज कैबिनेट की बात की जाए तो इसमें कुल 31 मंत्री हैं। इसके साथ ही 4 पद खाली हैं। इसमें राजपूत वर्ग से 9 मंत्री हैं। 2 मंत्री ब्राह्मण, ओबीसी से 10, एसटी से 4, एससी से 3, कायस्थ-सिख और जैन से 1-1 मंत्री शामिल हैं। क्षेत्र के समीकरण पर गौर करें तो ग्वालियर-चंबल संभाग से सबसे ज्यादा 9 मंत्री हैं। इसी तरह मालवा-निमाड़ से 9, बुंदेलखंड से 4, नर्मदापुरम से 4, महाकौशल से 3 और विंध्य अंचल से सबसे कम सिर्फ 1 मंत्री शामिल हैं। वर्तमान मंत्री मंडल में 50% सामान्य श्रेणी के मंत्री है। इसी तरह ओबीसी के 25 % मंत्री है जबकि 3 एससी और 4 मंत्री एसटी है। शिवराज कैबिनेट में अभी 31 मंत्रियों में से 16 मंत्री सामान्य वर्ग है और अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 मंत्री शामिल है। यानी अगले मंत्रिमंडल विस्तार में 4 खाली पदों को भरने के साथ, जाति-क्षेत्र का संतुलन बनाने और नॉन-परफॉर्मिंग मंत्रियों को बदला जा सकता है। हालांकि बीजेपी इसे सीएम शिवराज का विशेषाधिकार बता रही है।
Year Ender 2022: ग्वालियर चंबल संभाग से कुल 9 मंत्री इसमें नरोत्तम मिश्रा,प्रद्युम्न सिंह तोमर,महेंद्र सिंह सिसोदिया,यशोधरा राजे सिंधिया, अरविंद भदौरिया, भारत सिंह कुशवाहा, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र सिंह यादव का नाम शामिल है। मालवा निमाड़ की बात की जाए तो यहां से कुल 9 मंत्री है। जिसमें तुलसी सिलावट, विजय शाह, ऊषा ठाकुर, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, प्रेम सिंह पटेल, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, ओमप्रकाश सखलेचा है। तो वहीं बुंदेलखंड से कुल 4 मंत्री के नाम है जिसमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह राजपूत और बृजेंद्र प्रताप सिंह है। इसके अलावा नर्मदापुरम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कमल पटेल, प्रभुराम चौधरी और विश्वास सारंग का नाम शामिल है। महाकौशल से कुल 3 मंत्री मीना सिंह, बिसाहूलाल सिंह और रामकिशोर कांवरे। तो वहीं विंध्य अंचल से सिर्फ 1 मंत्री रामखेलावन पटेल वर्तमान मंत्रीमंडल में शामिल है।
Year Ender 2022: बहरहाल, गुजरात में एंटी इंकम्बेंसी फैक्टर को खत्म करने के लिए चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट बदल दी गई थी और कई सीनियर नेताओं के टिकट काट कर नए चेहरों को मौका दिया गया। नतीजा ये हुआ कि गुजरात में बीजेपी को रिकॉर्ड तोड़ जीत मिली। गुजरात के इस ग्रैंड सक्सेस को बीजेपी मध्यप्रदेश में भी दोहराना चाहती है। चर्चा है कि नए साल में शिवराज कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है। कैबिनेट विस्तार के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जातिगत और क्षेत्रिय संतुलन साधकर 23 की चुनावी जमीन तैयार करेंगे।