MP की सियासत में साल 2022 के दौरान कौन किस पर पड़ा भारी, कौन जीता बाजी और किसने बाजी हारी…

Year Ender 2022 कई मामलों पर राजनीति गरमाई जो इस प्रदेश में कभी चर्चा के विषय नहीं रहे। वोट बैंक की चाहत में बीजेपी कांग्रेस नेताओं ने

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  • Publish Date - December 30, 2022 / 06:20 PM IST,
    Updated On - December 30, 2022 / 06:20 PM IST

Year Ender 2022: भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत ने साल 2022 में नई करवट ली। ऐसे मामलों पर राजनीति गरमाई जो इस प्रदेश में कभी चर्चा के विषय नहीं रहे। वोट बैंक की चाहत में बीजेपी कांग्रेस नेताओं ने धधकते मुद्दों को हवा दी। ताकि चुनावी माइलेज मिल सके। मध्यप्रदेश में बड़े दंगे हुए, लव जिहाद और धर्मांतरण के मामले तेजी से देखने को मिली। नेताओं के विवादित बयानों ने राजनीति गरमाई तो कांग्रेस ने क्रॉस वोटिंग के साथ ही पीएम मोदी के खिलाफ विवादित बयान देकर सेल्फ गोल किया। विधानसभा में सालों बाद कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई लेकिन वो भी औंधे मुंह गिर गया। खैर आज हम आपको बताएंगे कि साल 2022 को किन राजनैतिक घटनाक्रमों के तौर पर याद किया जाएगा।

लव जिहाद और धर्मांतरण के मामलों में आई तेजी

Year Ender 2022: इस साल मध्यप्रदेश में लव जिहाद के मामलों की बाढ़ आ गई। जिसे देखते हुए धर्म स्वातंत्र कानून बना। मामले में सैंकड़ों फरियादी सामने आ गए। न सिर्फ लव जिहाद बल्कि धर्मांतरण के मामलों की तो आंधी मध्यप्रदेश में आ गई। जबलपुर में बिशप पीसी सिंह पर धर्मांतरण करने के गंभीर आरोप लगे। दमोह में बच्चों,बुजुर्गों के जबरन धर्मांतरण कराए गए। कांग्रेस ने इन मुद्दों पर बीजेपी की खिंचाई की, तो खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मोर्चा संभाला। दावा किया कि मध्यप्रदेश में लव जिहाद और धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मामा के बुल्डोजर ने बोला हमला

Year Ender 2022: एक तस्वीर शिवराज सिंह चौहान की बुलडोजर मामा के तौर पर भी उभर कर सामने नज़र आई। जिसका फायदा बीजेपी ने जमकर उठाया। खासकर खरगौन दंगों के बाद दंगाइयों के घर पर जब बुलडोजर चले। फिर क्या था दनादन बलात्कारियों,गुंडो,जमीन माफियाओं के ठिकानों पर भी बुलडोजर चलने लगे। हालांकि कांग्रेस ने बुलडोजर पर सवाल खड़े कर सेल्फ गोल भी कर लिया। साल 2022 में ही ओबीसी आरक्षण को लेकर राजनीति गरमाई रही। कांग्रेस ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन फैसला बीजेपी के ही पक्ष में आया।

नगरिय निकाय चुनाव का परिणाम

Year Ender 2022: इस साल मध्यप्रदेश में स्थानीय चुनाव हुए यहां दोनों दलों की तरफ से दांवे किए गए की पंचायत चुनावों में उनके दल को माइलेज मिला है। जबकि नगरी निगम चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी के सिर से 7 शहरों में ताज छीन लिया। आम आदमी पार्टी और ओवैसी की पार्टी एमआईएम की भी इसी साल नगर निगम चुनाव के जरिए धमाकेदार एंट्री हुई। आप ने सिंगरौली में महापौर की सीट जीतकर खाता खोला तो ओवैसी की पार्टी के 7 पार्षद चुनाव जीत गए। उधर राष्ट्रपति के चुनावों में कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर पार्टी को फिर फजीहत में डाल दिया। बीजेपी ने दावा किया कि कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। कांग्रेस की लीडरशिपर पर भी सवाल खड़े हुए। हालांकि कांग्रेस को फिर भी उम्मीद है कि साल 2023 पार्टी के लिए लकी होगा।

नेताओं के बिगड़े बोल

Year Ender 2022: खैर मध्यप्रदेश में कई और ऐसे सियासी घटनाक्रम हुए हैं जिनके जरिए राजनैतिक माहौल साल 2022 में गरमाया रहा। ताजा मामला कांग्रेस नेता राजा पटैरिया के विवादित बयान का है। जिसमें पीएम मोदी की हत्या करने का बयान देने के बाद राजा पटैरिया जेल मे हैं। कांग्रेस को केके मिश्रा ने ब्राह्मणों को गाली देकर भी बड़ा नुक्सान पहुंचाया है। लेकिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस ने नुक्सान की भरपाई करने की पूरी कोशिश की है।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा

Year Ender 2022: राहुल गांधी 12 दिनों तक मध्यप्रदेश में रहे इस दौरान राहुल गांधी ने महांकाल दर्शन, ओंकारेश्वर दर्शन, नर्मदा पूजन कर डैमेज कंट्रोल किया। दलित आदिवासी वोट साधने के लिए राहुल गांधी भीमराव अंबेडकर के जन्मस्थली भी पहुंचे। आदिवासियों के सुपर हीरो टंट्या भील के गांव भी राहुल गए थे। सत्ता में लौटने पर आदिवासियों को बड़ी सौगातें देने के वादे भी किए। लेकिन इसके पहले दिग्विजय सिंह भी खूब सुर्खियों मे रहे। दरअसल दिग्विजय सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में आने के बाद चर्चाओं में रहे। कांग्रेस के विधायक दिग्विजय सिंह के प्रस्तावक बने, दिग्गी राजा ने नामांकन तक दाखिल कर दिया। लेकिन ऐन मौके पर मल्लिकाजुर्न खड़गे के समर्थन में नाम वापस ले लिया।

कांग्रेस में उथल-पुथल

Year Ender 2022: इसी साल राजस्थान में कांग्रेस के चिंतन शिविर में तय हुआ की एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला पार्टी में चलेगा। तो सबसे पहले कमलनाथ ने इस फॉर्मूले को जमीन पर उतारा। कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दिया और डॉ गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। हालांकि ये आरोप भी लगे कि दिग्विजय सिंह का खेमा कांग्रेस में फिर मजबूत हो रहा है। उधर, नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद गोविंद सिंह ने बीजेपी सरकार के खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। लेकिन कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्जमाफी से लेकर 15 महीनों के कांग्रेस की सरकार की बदहाली पर जोरदार भाषण दिया।

बीजेपी का फायदेमंद साल

Year Ender 2022: दरअसल मध्यप्रदेश में साल 2022 बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद रहा। क्योंकि इस साल पीएम मोदी और अमित शाह ने मध्यप्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा दौरे किए। महांकाल लोक का लोकार्पण, श्योपुर में अफ्रीकन चीतों का पुनर्वास, रानी कमलापति स्टेशन का लोकार्पण सरीखे पड़े कार्यक्रमों में मोदी और अमित शाह की आमद ने बीजेपी के हौंसेल बढ़ा दिए। लेकिन इसी साल उमा भारती ने भी बीजेपी की फजीहत की है। शराबबंदी अभियान से लेकर प्रीतम लोधी के पार्टी से निष्कासन तक उमा भारती के बेबाक बयानबाजी ने बीजेपी को परेशान किया है।

किसको मिलेगा फायदा

Year Ender 2022: उमा भारती का ताजा बयान लोधी समाज के कार्यक्रम में आया। जहां उमा भारती ने लोधी समाज से अपील कर दी कि उनकी निष्ठा बीजेपी से है लेकिन लोधी समाज के लोग इस बंधन से बाहर हैं, वो जिसे चाहें उसे वोट करें। हालांकि मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि बीजेपी के खिलाफ बन रहे एंटी इनकंबेंसी का फायदा उन्हें ज़रुर मिलेगा। कांग्रेस किसानों की कर्ज माफी और बिजली बिल हाफ के वादों के साथ फिर चुनावी मैदान में है। बीजेपी को भी उम्मीद है कि कांग्रेस की टूट का फायदा पार्टी को जरुर मिलेगा और सत्ता में वापसी होगी। बहरहाल अब साल 2023 ही बताएगा कि वो किसके लिए लकी साबित होता है।

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