Nitish joins RJD breaking ties with BJP in Year Ender 2022 : नई दिल्ली। नया साल आने वाला है। तो वहीं साल 2022 में राजनीतिक रूप से एक और नया विवाद सामने आया था। नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर साहसिक कदम उठाया था। उक्त बातें पूर्णिया जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रंजन सिंह, उपाध्यक्ष मो. अलीमुद्दीन ,आश नारायण चौधरी ,कार्यानंद कुमार, जिला महासचिव गौतम वर्मा, मो. अफरोज खान, वरिष्ठ नेता इंजीनियर संजीव शर्मा, धीरेंद्र झा, मो. शाहिद हुसैन, असरार हाशमी आदि ने एक प्रेस बयान जारी कर किया था। पूर्व जिला महासचिव गौतम वर्मा ने कहा था कि बिहार में नितीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ा है वह वर्तमान समय की मांग भी थी। क्योंकि जिस प्रकार से बीजेपी जदयू को तोड़ना चाह रही थी वह बात सामने उभर कर आ गई। बिहार के साथ लगातार भेद-भाव अपनाया जा रहा था। उससे बिहार के लोगों में काफी आक्रोश था। अब जो बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी वह एक सशक्त और मजबूत सरकार होगी जो लोगों के जन कल्याण के साथ काम करेगी।
Nitish joins RJD breaking ties with BJP in Year Ender 2022 : बिहार में भाजपा की रणनीति भी जेडीयू को असुरक्षित फील करा रही थी। बताते हैं कि नीतीश कुमार ने भाजपा के सामने दो मांगें रखी थीं। वह विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को हटाना चाहते थे। सत्र के दौरान उनसे तीखी बहस के चलते वह काफी नाराज थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल से भी उनकी बन नहीं पा रही थी। इस बीच, 30-31 जुलाई को पटना में भाजपा की एक अहम बैठक होती है। भाजपा ने जेडीयू के लिए 43 सीटों को छोड़ शेष 200 सीटों पर चुनाव की तैयारियां शुरू कर दीं। यह बात नीतीश कुमार और पूरी पार्टी को ठीक नहीं लगी।
Nitish joins RJD breaking ties with BJP in Year Ender 2022 : वैसे तो, पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही जेडीयू असहज स्थिति में आ गई थी। भले ही भाजपा ने बड़ा दिल दिखाते हुए सीएम का पद सौंप दिया था लेकिन पार्टी का निराशाजनक प्रदर्शन जेडीयू को अखर रहा था क्योंकि भाजपा को जबर्दस्त फायदा हुआ था। पिछले दिनों जेडीयू के नेता बयान देने लगे कि पार्टी को तोड़ने का षड्यंत्र किया जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने जेपी नड्डा के उस बयान से माहौल को गरमाने की कोशिश की जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी क्षेत्रीय दल खत्म हो जाएंगे।
बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार की जुलाई, 2022 से ही अनबन होने लगी थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केंद्र सरकार ने महीनेभर में नीतीश कुमार को 4 बुलावे भेजे, लेकिन वो एक में भी नहीं पहुंचे। आखिरकार दोनों के बीच मतभेद इतना बढ़ गया कि 9 अगस्त, 2022 को नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने लालू यादव की पार्टी RJD के साथ मिलकर नई सरकार बना ली।