Chandi Mata Mandir Takhatpur: राजा तख्त सिंह से जुड़ा है इस मंदिर का इतिहास, केवल कुंवारी कन्याएं ही उठाती हैं ज्योति कलश, जानिए रहस्य

Chandi Mata Mandir Takhatpur: राजा तख्त सिंह से जुड़ा है इस मंदिर का इतिहास, केवल कुंवारी कन्याएं ही उठाती हैं ज्योति कलश, जानिए रहस्य

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  • Publish Date - October 16, 2023 / 04:29 PM IST,
    Updated On - October 16, 2023 / 04:30 PM IST

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Chandi Mata Mandir Takhatpur: तखतपुर। नवरात्री के अवसर पर तखतपुर क्षेत्र में भक्तों की भीड मंदिरों में दिख रही है। भक्तगण अपने मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए मनोकामना ज्योति कलश प्रजवलित कराते हैं। तखतपुर क्षेत्र में नवरात्रि की धूम मची हुई है। यहां के प्राचीन महामाया मंदिर में भक्तों की भीड लगी है। रोज हजारों की संख्या मे स्त्री-पुरुष और बच्चे मां महामाया के दर्शन प्राप्त कर रहे हैं।

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तखतपुर के अति प्राचीन चंडी मंदिर को देखने में भरी भीड़ देखने को मिलती है। तखतपुर के चंडी मंदिर का निर्माण बरसो पूर्व राजा तख्त सिंह के द्वारा कराया गया था, तब से ही मां चंडी का आशीर्वाद क्षेत्र के भक्तगणों को मिल रहा है। यहां सैकड़ों भक्तों द्वारा मनोकामना ज्योती कलश की स्थापना की जाती है।

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सबसे आश्चर्य की बात यह है की नवे दिन हवन के पश्चात चंडी मां के सैकड़ों जलते हुए कलश को कुवारी कन्याओं के द्वारा सिर पर रख कर कतार लगा कर तखतपुर के मख्य मार्गों में ले जाया जाता है और मनियारी नदी के पावन जल में जलते कलश को ठन्डा किया जाता है । इतिहास गवाह है कि चंडी मंदिर का कलश खुले आसमान के नीचे तेज हवाओं से आज तक नहीं बुझ पाया है। क्षेत्र के लोग इसे मां का आशीर्वाद मानते हैं।

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