Korba Congress Mayor Candidate: Congress has fielded Usha...

Korba Congress Mayor Candidate : उषा तिवारी को कांग्रेस ने बनाया महापौर प्रत्याशी, बीजेपी की संजू देवी राजपूत से सीधा मुकाबला, जानिए चुनावी समीकरण

उषा तिवारी को कांग्रेस ने बनाया महापौर प्रत्याशी, बीजेपी की संजू देवी...Korba Congress Mayor Candidate: Congress has fielded Usha Tiwari....

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Reported By: dhiraj dubay

Modified Date: January 27, 2025 / 12:45 PM IST
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Published Date: January 27, 2025 12:45 pm IST

कोरबा : Korba Congress Mayor Candidate छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने रविवार की देर रात महापौर प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। कोरबा नगर निगम की सामान्य महिला सीट के लिए कांग्रेस ने उषा तिवारी पर अपना दांव खेला है। आपको बता दे पिछले 35 वर्षो से कांग्रेस में सक्रिय राजनीति कर रही उषा तिवारी ने साल 2014 के नगर निगम चुनाव में सामान्य वर्ग महिला के लिए सीट आरक्षित होने पर टिकट की दावेदारी की थी। लेकिन उस वक्त पार्टी ने उषा तिवारी को दरकिनार कर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की पत्नी रेणु अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया था। जिसके बाद उषा तिवारी ने पार्टी के इस फैसले पर बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में ताल ठोक दी थी। अब कांग्रेस ने 10 साल बाद उषा तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है।

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Korba Congress Mayor Candidate छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल सीटों में कोरबा नगर निगम का नाम भी सुमार है। इस सीट की राजनीति पर पूरे प्रदेश की नजर रहती है। आपको बता दे मौजूदा वक्त में बीजेपी ने जहां पूर्वांचल से आने वाली संजू देवी राजपूत को महापौर का प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने ब्राम्हण समाज से आने वाली उषा तिवारी को अपना कैंडिडेट बनाकर मैदान में उतारा है। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद अब कोरबा नगर निगम में चुनावी रण सीधे तौर पर पूर्वांचल बनाम ब्राम्हण समाज के बीच सीधे नजर आ रहा है। राजनीतिक जानकारों की माने तो दोनों प्रत्याशियों को अपने समाज के वोट के साथ अन्य समाज के वोट बैंक पर भी विशेष ध्यान देना होगा। इसके साथ ही पिछले 10 साल में निगम की सत्ता में कांग्रेस के कार्यकाल का असर भी चुनाव परिणाम पर डाल सकता है। कोरबा नगर निगम के महापौर सीट के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है।

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Korba Congress Mayor Candidateमौजूदा राजनीति पर नजर डाले तो कांग्रेस और बीजेपी ने भले ही अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। लेकिन कोरबा नगर निगम की महापौर सीट पर प्रत्याशियों से ज्यादा मौजूदा मंत्री लखनलाल देवांगन और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की साख दांव पर लगी हुई है। ऐसे में उषा तिवारी के नाम का ऐलान होने के बाद जहां कांग्रेस एक बार फिर जहां एकजुटता के साथ चुनाव लड़कर लगातार तीसरी बार कांग्रेस का महापौर बनाने की जुगत लगायेगी। वहीं मंत्री लखनलाल देवांगन निगम की सत्ता से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने में अपनी ताकत झोंकते नजर आयेंगे। वहीं जाति समीकरण की बात करे तो कोरबा नगरीय निकाय क्षेत्र में ब्राम्हण के साथ ही पूर्वांचल के काफी मतदाता है। इस लिहाज से निगम की सत्ता की लड़ाई सीधे तौर पर पूर्वांचल बनाम ब्राम्हण के बीच होगी। लेकिन इस लड़ाई में छत्तीसगढ़िया वोटर के साथ ही स्थानीय मुद्दे चुनाव पर काफी असर डालेंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच यह मुकाबला एक तरफा न होकर काफी रोचक और कड़ा होने वाला है। जिस पर पूरे प्रदेश की नजर रहेगी।

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उषा तिवारी को कोरबा नगर निगम के महापौर प्रत्याशी के रूप में क्यों चुना गया है?

उषा तिवारी को कांग्रेस ने 10 साल बाद कोरबा नगर निगम की सामान्य महिला सीट के लिए महापौर प्रत्याशी के रूप में चुना है। उन्होंने पार्टी में 35 सालों तक सक्रिय राजनीति की है और 2014 में टिकट मिलने के बाद बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था।

कोरबा नगर निगम की महापौर सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी कौन हैं?

बीजेपी ने संजू देवी राजपूत को महापौर प्रत्याशी बनाया है, जो पूर्वांचल से हैं, जबकि कांग्रेस ने उषा तिवारी को प्रत्याशी बनाया है, जो ब्राम्हण समाज से आती हैं।

कोरबा नगर निगम चुनाव में जाति समीकरण का क्या असर होगा?

कोरबा नगर निगम में ब्राम्हण और पूर्वांचल दोनों समाज के मतदाता हैं। ऐसे में यह चुनाव सीधे तौर पर पूर्वांचल बनाम ब्राम्हण समाज के बीच दिख रहा है, और जाति समीकरण चुनाव परिणाम पर प्रभाव डाल सकता है।

कोरबा नगर निगम चुनाव में मंत्री लखनलाल देवांगन और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की साख पर क्या असर होगा?

मंत्री लखनलाल देवांगन और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की साख इस चुनाव पर दांव पर लगी हुई है, क्योंकि दोनों के नेतृत्व और प्रभाव का चुनाव परिणाम पर महत्वपूर्ण असर हो सकता है।

क्या स्थानीय मुद्दे कोरबा नगर निगम के महापौर चुनाव पर प्रभाव डालेंगे?

हां, स्थानीय मुद्दे जैसे नगर निगम के पिछले 10 सालों का कार्यकाल, विकास, और छत्तीसगढ़िया वोटर्स का समर्थन इस चुनाव के परिणाम पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं।
 
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