रायपुर: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी ने 14 नगर निगम, नगर पालिका, और नगर पंचायतों में जीत सुनिश्चित करने के लिए गुप्त सर्वेक्षण शुरू किया है। (Chhattisgarh Nagariya Nikay Election BJP Candidates) इस सर्वेक्षण का उद्देश्य है, जीतने योग्य प्रत्याशियों की पहचान करना है।
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भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सांसदों, विधायकों, और वरिष्ठ पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने परिवारजनों-पत्नी, बच्चों, या अन्य रिश्तेदारों के लिए टिकट की मांग न करें। इसके बजाय, उनसे आग्रह किया गया है कि वे अपने क्षेत्र के मजबूत और योग्य प्रत्याशियों के नाम प्रस्तावित करें।
चुनाव प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए भाजपा ने एक आठ सदस्यीय प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया है। (Chhattisgarh Nagariya Nikay Election BJP Candidates) इसके अलावा, वरिष्ठ नेता अनुराग सिंहदेव को घोषणा पत्र और आरोप पत्र समिति का प्रदेश संयोजक नियुक्त किया गया है, जबकि पंकज झा को सहसंयोजक बनाया गया है।
रायपुर में महापौर पद के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं। नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सीमा साहू, वरिष्ठ पार्षद सरिता वर्मा और सरिता दुबे ने अपनी दावेदारी पेश की है। (Chhattisgarh Nagariya Nikay Election BJP Candidates) ये सभी प्रत्याशी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ संपर्क में हैं और अपनी दावेदारी को मजबूत करने में जुटे हैं।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह ही नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में भी पार्टी केवल जीतने योग्य प्रत्याशियों को टिकट देगी। (Chhattisgarh Nagariya Nikay Election BJP Candidates) उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई भी दावेदारी कर सकता है, लेकिन अंतिम निर्णय जीत की संभावना के आधार पर ही होगा।
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा ने पिछले चुनावों के खराब अनुभवों के कारण काफी समय तक चुनाव से बचने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि निर्धारित अवधि समाप्त होने के बाद मजबूरी में भाजपा को चुनावी प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी।
शुक्ला ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब देखने वाली बात यह होगी कि परिवारजनों को टिकट न दिलवा पाने वाले भाजपा नेता, पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के लिए कितनी ईमानदारी से काम करते हैं।
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों अपनी-अपनी रणनीति में जुट गई हैं। (Chhattisgarh Nagariya Nikay Election BJP Candidates) जहां भाजपा जीतने योग्य प्रत्याशियों की तलाश में है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए हैं। आगामी चुनावों में दोनों दलों की रणनीति और प्रदर्शन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।