Publish Date - January 13, 2025 / 12:51 PM IST,
Updated On - January 13, 2025 / 12:51 PM IST
Happy Makar Sankranti 2025 Wishes: ग्रहों के राजा माने सूर्य हर महीने अपना राशि परिवर्तन करते हैं। अभी सूर्य धनु राशि में विराजमान हैं। 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में गोचर करने वाले हैं, उस दिन को ही मकर संक्रांति के रूप में देश भर में त्योहार के रूप में मनाया जाता है।साल 2025 में मकर संक्रांति 14 जनवरी मंगलवार के दिन मनाई जाएगी। ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, मकर संक्रांति का पर्व देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से और बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस खास पर्व को आप अपनों और प्रियजनों को बधाई संदेश देकर और भी स्पेशल बना सकते हैं।
मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी, जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में गोचर करेंगे।
मकर संक्रांति की पौराणिक कथा क्या है?
ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, माना जाता है कि इस दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनिदेव के घर प्रास्थान किया था। इस लिए मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इसके साथ ही एक कथा यह भी है कि भगवान विष्णु ने असुरों का संहार करके विजय प्राप्त की थी, इसलिए मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इसके साथ ही एक और मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन देवी गंगा भगवान विष्णु के अंगूठे से निकलकर भागीरथ के पीछे-पीछे कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थीं। यहां उन्होंने भागीरथ के पूर्वज महाराज सगर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष प्राप्ति का वरदान दिया था। इसलिए बंगाल के गंगासागर में कपिल मुनि के आश्रम पर एक विशाल मेला भी लगता है।
इस बार मकर संक्रांति पर कौन-कौन से योग बन रहे हैं?
2025 में मकर संक्रांति के दिन विष्कुंभ, प्रीति, बालव और कॉलव नामक चार महायोग बन रहे हैं, जो इसे और अधिक शुभ बनाते हैं।
मकर संक्रांति पर स्नान और दान का क्या महत्व है?
मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का बहुत महत्व है। यह दिन पुण्य अर्जित करने और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है।
मकर संक्रांति पर कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?
मकर संक्रांति के अवसर पर अलग-अलग राज्यों में जैसे लोहड़ी, पोंगल, और बिहू जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। सभी का उद्देश्य फसल कटाई का जश्न और सूर्य देव की उपासना करना है।