मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की कांग्रेस विधायक की मांग को ‘बर्दाश्त नहीं करेंगे’: आदित्य

मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की कांग्रेस विधायक की मांग को ‘बर्दाश्त नहीं करेंगे’: आदित्य

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  • Publish Date - December 19, 2024 / 04:55 PM IST,
    Updated On - December 19, 2024 / 04:55 PM IST

मुंबई, 19 दिसंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी और उन्होंने अपनी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस से मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की मांग करने वाले कर्नाटक के पार्टी विधायक को फटकार लगाने को कहा।

ठाकरे ने मुंबई को अपनी ‘मातृभूमि’ बताते हुए कहा कि ‘मराठी मानुष’ ने इसे पाने के लिए अपना खून बहाया है।

आदित्य ठाकरे जाहिर तौर पर कर्नाटक में कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सावदी के कथित बयान का जिक्र कर रहे थे।

सावदी ने कहा था कि अगर महाराष्ट्र के नेता बेलगावी को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कर रहे हैं तो मुंबई को भी केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाना चाहिए।

महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बीच बेलगावी पर नियंत्रण को लेकर दशकों से विवाद जारी है।

बेलगावी, कर्नाटक का एक सीमावर्ती शहर है जिसे पहले बेलगाम के नाम से जाना जाता था।

इस शहर में मराठी भाषी लोगों की अच्छी खासी आबादी है। मुंबई के वर्ली से विधायक ठाकरे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग निंदनीय है। कांग्रेस हो या भाजपा, शिवसेना (उबाठा) मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की किसी भी कोशिश को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। मुंबई हमारी मातृभूमि है।”

ठाकरे ने कहा, “मराठी मानुष ने अपना खून बहाकर इसे हासिल किया है। मुंबई हमें किसी ने नहीं दी है। कांग्रेस नेतृत्व को अपने विधायकों को फटकार लगानी चाहिए।”

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश