नासिक, 13 जनवरी (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता छगन भुजबल ने सोमवार को मांग की कि ‘लाडकी बहिन योजना’ का लाभ उठाने वाली अपात्र महिलाएं या तो स्वेच्छा से इस योजना से बाहर हो जाएं, या राज्य सरकार को उन पर जुर्माना लगाना चाहिए।
आर्थिक रूप से वंचित वर्ग की पात्र महिलाओं को महाराष्ट्र सरकार की इस योजना के तहत 1,500 रुपये की मासिक नकद सहायता मिलती है।
भुजबल ने आरोप लगाया कि फॉर्म भरे जाने के बाद कुछ लोगों को बिना जांच पड़ताल के ही योजना के लाभ मिल गए।
उन्होंने नासिक जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र येवला में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि जो महिलाएं योजना के नियमों का पालन नहीं करती हैं या पात्रता मानदंड को पूरा नहीं करती हैं, उन्हें स्वयं ही अपना नाम वापस ले लेना चाहिए। यदि वे ऐसा करने में विफल रहती हैं, तो सरकार को उन पर जुर्माना लगाना चाहिए।’’
उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा द्वारा राज्य मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने के कारण भुजबल नाराज हैं।
महाराष्ट्र में लाडकी बहिन योजना के 2.43 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं, जिससे राज्य के खजाने पर हर महीने लगभग 3,700 करोड़ रुपये का बोझ पड़ता है।
राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने पिछले महीने महिलाओं के लिए मासिक नकद हस्तांतरण योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं के आवेदनों की फिर से जांच करने की महायुति सरकार की कथित योजना से संबंधित खबरों को खारिज कर दिया था।
भाषा
सुभाष दिलीप
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