मुंबई। maharashtra Political crisis : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े द्वारा कई बागी विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने की मांग के बीच, पार्टी के खिलाफ बगावत का नेतृत्व कर रहे राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनकी अगुवाई वाला समूह ‘‘वास्तविक शिवसेना’’ है और अयोग्य करार दिए जाने की धमकियों से उन्हें एवं उनके समर्थकों को डराया नहीं जा सकता।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
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शिवसेना के 37 और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिंदे ने बृहस्पतिवार देर रात कहा कि संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार, बैठक में भाग लेने के लिए नहीं, बल्कि विधायी कार्यवाही के संबंध में पार्टी व्हिप जारी किया जाता है।
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ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बुधवार को विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लेने पर शिंदे खेमे के 12 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मांग की है।
maharashtra Political crisis : इसके जवाब में शिंदे ने ट्वीट किया, ‘‘इस मामले में उच्चतम न्यायालय के कई निर्णय हैं। आप कौन होते हैं हमें डराने की कोशिश करने वाले? हम आपका खेल समझते हैं और कानून भी जानते हैं। आप हमारे 12 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग नहीं कर सकते, क्योंकि हम बालासाहेब ठाकरे के वफादार हैं और असली शिवसेना एवं शिव सैनिक हैं, बल्कि कोई संख्या बल नहीं होने के बावजूद एक समूह बनाने के लिए हम आपके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।”
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महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के विधायक दल के नेता पद से एकनाथ शिंदे को हटा दिया गया है और उनकी जगह अजय चौधरी को यह पद सौंपा गया है। बहरहाल, बागी धड़े ने शिंदे को अपने समूह का नेता बरकरार रखने संबंधी एक प्रस्ताव पारित किया और सुनील प्रभु के स्थान पर शिवसेना विधायक भरत गोगावले को विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया है।