वर्धा, 16 मार्च (भाषा) गांधीवादी विचारों पर आधारित 48वें सर्वोदय समाज सम्मेलन में ‘‘लोकतंत्र, संविधान और धर्मनिरपेक्षता को बचाने’’ के हर संघर्ष में हिस्सा लेने का संकल्प पारित किया गया है।
महाराष्ट्र के वर्धा स्थित सेवाग्राम आश्रम में तीन दिवसीय सम्मेलन बृहस्पतिवार को सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 22 राज्यों के लगभग 1,200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिसमें महाराष्ट्र के 400 सर्वोदय और गांधीवादी कार्यकर्ता शामिल थे।
सर्वोदय समाज सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है जिसमें गांधीवादी सिद्धांत मानने वालों ने अपने विचार रखे।
सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष चिन्मय मिश्रा ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि सम्मेलन लोकतंत्र, संविधान और धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए हर संघर्ष में भाग लेने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह संकल्प महात्मा गांधी के इस संदेश पर आधारित है कि ‘‘असली स्वराज कुछ लोगों द्वारा प्राधिकार प्राप्त करने से नहीं बल्कि प्राधिकार का दुरुपयोग होने पर सभी द्वारा विरोध करने की क्षमता हासिल करने से आएगा।’’
भाषा अमित मनीषा
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