वर्धा, 30 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि दर्शन को विश्व गुरु के रूप में भारत के विकास की दिशा में काम करना चाहिये।
उन्होंने यह बात महाराष्ट्र के वर्धा में भारतीय दर्शन महासभा के 95 वें अधिवेशन और चतुर्थ एशियाई दर्शन सम्मेलन के समापन समारोह में कही।
यहां महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रचारित ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ दृष्टिकोण वैश्विक भलाई के लिए आवश्यक है।
उन्होंने कहा, “दर्शन को विश्व गुरु के रूप में भारत के विकास की दिशा में काम करना चाहिए। सतत विकास और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की दिशा में समग्र प्रयास किए जाने चाहिए।’’
विश्वविद्यालय के कुलपति रजनीश कुमार शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 उच्च शिक्षा के माध्यम से देश के विकास के लिए दर्शन के महत्व पर जोर देती है।
भाषा जितेंद्र दिलीप
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