राहुल गांधी की संविधान की ‘लाल’ प्रति को लेकर भाजपा और कांग्रेस में वाकयुद्ध

राहुल गांधी की संविधान की ‘लाल’ प्रति को लेकर भाजपा और कांग्रेस में वाकयुद्ध

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  • Publish Date - November 6, 2024 / 08:57 PM IST,
    Updated On - November 6, 2024 / 08:57 PM IST

मुंबई, छह नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में लाल रंग की संविधान की प्रति सियासी विवाद का विषय बन गई है, जो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अकसर अपने साथ लेकर चलते हैं।

भाजपा ने इस मामले पर बुधवार को गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा कि वह क्या संदेश देना चाहते हैं जबकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में लाल रंग शुभ माना जाता है।

गांधी ने 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के सिलसिले में बुधवार को कांग्रेस-राकांपा (एसपी)-शिवसेना (यूबीटी) के विपक्षी गठबंधन के लिए प्रचार किया।

वह नागपुर में संविधान सम्मान सम्मेलन में लाल कवर वाली संविधान की एक प्रति लेकर गए थे।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सांगली जिले में चुनावी रैली के दौरान सवाल किया, “भारत के संविधान की लाल प्रति दिखाकर राहुल गांधी क्या संदेश देना चाहते हैं?”

उन्होंने कांग्रेस नेता पर अराजकतावादियों का गठबंधन बनाने का आरोप लगाया।

राजनीति में लाल रंग को अक्सर मार्क्सवादी या साम्यवादी विचारधारा से जोड़ा जाता है।

फडनवीस को जवाब देते हुए, कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि भाजपा नागपुर में अपने गढ़ के पास गांधी के कार्यक्रम से घबरा गई है।

उन्होंने कहा, “फडणवीस घबराहट में राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। हिंदू धर्म में लाल रंग को शुभ माना जाता है, फिर भी भाजपा को यह अशुद्ध लगता है। संविधान का विरोध करने वालों को यह तय करने का कोई अधिकार नहीं है कि संविधान की प्रति लाल, पीली या काली होनी चाहिए। क्या भाजपा और फडणवीस संविधान बचाने की तुलना शहरी नक्सलवाद से करते हैं?”

भाषा जोहेब माधव

माधव