गढ़चिरौली, 21 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में दो नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों की गिरफ्तारी पर आठ लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि गढ़चिरौली निवासी रामसु पोयाम उर्फ नरसिंह (55) और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के नारायणपुर निवासी रमेश कुंजाम उर्फ गोविंद (25) ने शुक्रवार को गढ़चिरौली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
इसमें कहा गया है कि पोयाम पर छह लाख का इनाम था। उसे 1992 में टीपागढ़ एलओएस के सदस्य के रूप में भर्ती किया गया था और वह 2010 से कुतुल और नेलनार एलओएस में क्षेत्र समिति सदस्य (एसीएम) के रूप में कार्यरत था।
पुलिस के अनुसार पोयाम पर 12 मामले दर्ज हैं, जिनमें छह मुठभेड़, पांच हत्या और डकैती का एक मामला शामिल है।
उन्होंने बताया कि कुंजाम पर दो लाख रुपये का इनाम था और वह 2019 में मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल हुआ था। उसे 2020 में चेतना नाट्य मंच (सीएनएम) के सदस्य के रूप में भर्ती किया गया और 2021 में वह कुतुल एलओएस का सदस्य बन गया।
गढ़चिरौली पुलिस द्वारा माओवादी गतिविधियों पर की जा रही आक्रामक कार्रवाई के कारण दोनों ने आत्मसमर्पण किया है। उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनके साथियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें हथियार डालने के लिए राजी किया।
केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की एक घोषणा के अनुसार पुनर्वास के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 4.5 लाख रुपये मिलेंगे।
गढ़चिरौली पुलिस ने कहा कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के सदस्य बड़ी संख्या में राज्य सरकार की आत्मसमर्पण-सह-पुनर्वास नीति से प्रेरित हो रहे हैं और अब तक 680 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
इस वर्ष ही 20 कट्टर माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
भाषा प्रशांत शोभना
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